राहुल शरण, नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले में फलों की खेती करने के इच्छुक किसानों के खेतों में पहली बार ताइवान में होने वाले अमरूद की प्रजाति पिंक ताइवान का पौधरोपण होने जा रहा है। अभी प्रायोगिक तौर पर इसके करीब 10 हजार पौधे मंगाए गए हैं जिन्हें किसानों के खेतों में लगाया जाना है। उद्यानिकी विभाग पहली बार इस किस्म के प्लांटेंशन को लेकर उत्साहित है और खेतों में इसकी तैयारी की जा रही है।
260 एकड़ में 1 लाख पेड़
जिला उद्यानिकी विभाग ने इस मानसून में जिले के सभी विकासखंडों में बड़े पैमाने पर पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। 260 किसानों के खेतों के करीब 260 एकड़ में 1 लाख पौधे आम, अमरूद और नींबू के लगाए जाएंगे। किसानों के खेतों में पौधरोपण के लिए गड्ढे खोदने का काम चल रहा है। इन 1 लाख पौधों में 10 हजार पौधे पहली बार पिंक ताइवान अमरूद प्रजाति के बुलाए गए हैं। इन सभी पौधों को नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड द्वारा प्रमाणित नर्सरी से बुलाया गया है।
यह तय हुआ मानक
उद्यानिकी विभाग की योजना के अनुसार ढाई एकड़ में दशहरी, लंगड़ा, चौसर व कलमी प्रजाति के आम के 400 पौधे तथा नींबू व अमरूद के ढाई एकड़ में 500 पौधे लगाने का पैमाना तय किया गया है। इस मानक के हिसाब से 260 एकड़ में इन फलदार पेड़ों के लिए पौधरोपण किया जाएगा। पिछले साल उद्यानिकी विभाग ने करीब 150 एकड़ में 60 हजार पौधे लगाए थे।
किसानों को मिलेगा फायदा
उद्यानिकी विभाग इन पौधों के प्लांटेशन के बाद पहले साल किसानों को २४ हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इसके बाद उद्यानिकी विभाग किसानों के खेतों में लगे इन पौधों का ऑडिट कराएगा। अगर सभी पौधे जिंदा मिलते हैं तो उन्हें दूसरी और तीसरी किश्त के तौर पर ८-८ हजार रुपए की राशि दी जाएगी। कुल मिलाकर यह राशि उन्हें जितने पौधे लगाए हैं उतने ही पौधों को जिंदा रखने के एवज में ही मिलेगी।
इनका कहना है
उद्यानिकी विभाग ने इस साल करीब २६० एकड़ में 1 लाख फलदार पेड़ों के लिए पौधरोपण का टारगेट रखा है। खेतों में गड्ढे किए जा रहे हैं। पहली बार जिले में किसानों के खेतों में पिंक ताइवान प्रजाति का अमरूद लगाया जा रहा है। इससे किसानों को आर्थिक लाभ भी होगा।
रीता उइके, उपसंचालक उद्यानिकी विभाग