इटारसी। नर्मदापुरम जिले के इटारसी और नर्मदापुरम दो बड़े नगर हैं। इन दोनों बड़े नगरों में मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड(madhyapradesh housing board) ढाई दशक से भी ज्यादा समय से कोई नया आवासीय प्रोजेक्ट नहीं ला सका है। हाउसिंग बोर्ड को नए आवासीय प्रोजेक्ट के लिए जमीन की आवश्यकता है मगर उतनी जमीन बोर्ड को शासन की तरफ से आज तक नहीं दी जा सकी है। 1990 के बाद से दोनों शहरों में कोई नई परियोजना नहीं आ सकी है। हाउसिंग बोर्ड ने निजी भूमि खरीदकर आवासीय प्रोजेक्ट बनाने पर विचार किया था मगर निजी भूमि की कीमतें करोड़ों में होने से बोर्ड ने अपने कदम वापस खींच लिए हैं। बोर्ड अपने बजट के हिसाब से निजी जमीन ढूंढ रहा है ताकि उन पर आवासीय प्रोजेक्ट लाए जा सकें मगर अब तक ऐसी जमीन भी नहीं मिल पाई है।
इटारसी में आए थे बोर्ड के दो प्रोजेक्ट
इटारसी शहर (itarsi city)में हाउसिंग बोर्ड का सबसे पहला प्रोजेक्ट पुरानी इटारसी में सनखेड़ा रोड पर आया था। यह प्रोजेक्ट वर्ष 1990 में आया था। यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी करीब 22 एकड़ के रकबे में बनाई गई थी। यहां करीब 250 से 300 अलग-अलग प्रकार आवास बने हैं। उसके बाद वर्ष 2000 में जुझारपुर में हाउसिंग बोर्ड ने पलकमति नगर आवासीय प्रोजेक्ट लाया था। पलकमति नगर में अब भी 8 से 10 भूखंड खाली पड़े हैं जिन्हें कोई लेने नहीं आया है।
नर्मदापुरम में आया एक ही प्रोजेक्ट
नर्मदापुरम शहर में भी वर्ष 1990 में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का प्रोजेक्ट आया था। इस प्रोजेक्ट के तहत करीब २०० से ज्यादा मकान बनाए गए थे। उसके बाद से बोर्ड नर्मदापुरम शहर में कोई नया प्रोजेक्ट आज तक नहीं ला सका है क्योंकि बोर्ड को उसके बाद से अब तक शासकीय जमीन ही नहीं मिल पाई है।
निजी जमीन पर हो रहा विचार
नर्मदापुरम शहर में हाउसिंग बोर्ड को 10 एकड़ और इटारसी शहर के लिए ही करीब इतनी ही भूमि की तलाश है। ३० साल से सरकारी जमीन की तलाश की जा रही है लेकिन शासकीय भूमि नहीं होने के कारण बोर्ड को कोई नया प्रोजेक्ट नहीं बन सका है। बताया जाता है कि नगरीय सीमा से लगी शासकीय भूमि लेने के लिए बोर्ड और शासन प्रशासन के बीच दशकों से पत्र व्यवहार किया जा रहा है। इसके बाद भी आज तक भूमि का आवंटन नहीं हो सका है।
2035 तक जनसंख्या 2.50 लाख होने का अनुमान
नर्मदापुरम और इटारसी शहर के मास्टर प्लान में बताया गया है कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नर्मदापुरम की जनंसख्या 1 लाख 17 हजार और इटारसी की जनसंख्या करीब 1 लाख है। वर्ष 2035 इन दोनों नगरों की आबादी 2 लाख से ज्यादा हो जाएगी। ऐसे में नए आवासीय प्रोजेक्टों की आवश्यकता होगी। इसे देखते हुए बोर्ड भी अपने स्तर से नए आवासीय प्रोजेक्ट तैयार करने में जुटा है।
इनका कहना है
भूमि की कमी के कारण 1990 के बाद से इटारसी व नर्मदापुरम में कोई परियोजना नहीं बन सकी है। नई परिजयोजना बनाने के लिए शासकीय भूमि की मांग प्रशासन से की थी। सरकारी जमीन नहीं मिली है। अब बोर्ड निजी भूमि में प्रोजेक्ट की तैयारी कर रहा है मगर निजी जमीनों की कीमतें बहुत ज्यादा होने से प्रोजेक्ट धरातल पर लाना बड़ा मुश्किल काम है।
एसआर सूर्यवंशी, कार्यपालन यंत्री हाउसिंग बोर्ड नर्मदापुरम