मेधावी बच्चों के बीच पहुंचे आयकर आयुक्त, बोले सफलता के लिए तीन p पर करें फोकस….

इटारसी। मुस्कान संस्था और नगर पालिका परिषद इटारसी के द्वारा शहर के मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान पंडित भवानी प्रसाद मिश्र ऑडिटोरियम में किया गया। यहां कक्षा 12वीं और 10वीं के 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले लगभग 350 छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया। इन मेधावी बच्चों को जीवन में सफलता हासिल करने के सूत्र कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए आईआरएस अधिकारी मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ आयकर विभाग कमिश्नर विजय सोनी ने दिए। विशेष अतिथि के तौर पर नगरीय प्रशासन विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर भगवानदास भूमरकर, नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे भी मौजूद रहे। आयकर कमिश्नर विजय सोनी ने मेधावी बच्चों को सफलता के लिए तीन p यानी पेशेंस, पर्सिस्टेंस और पर्सबलेंस का महत्व बताया।

मुस्‍कान संस्‍था के संचालक मनीष सिंह ठाकुर ने बताया कि इस कार्यक्रम में विशेष आकर्षण 12वीं फेल मूवी के रियल लाइफ हीरो हमारे मध्‍यप्रदेश के निवासी आईपीएस अधिकारी मनोज शर्मा रहे। इनकम टैक्‍स कमिश्‍नर विजय सोनी ने अपने मोबाइल से वीडियो कॉल के माध्यम से मनोज शर्मा और उनकी पत्‍नी श्रद्धा शर्मा से बच्चों की बात कराई और कैरियर टिप्‍स दिलाकर बच्‍चों का मनोबल बढाया। आपको बता दें मनोज शर्मा आईपीएस अधिकारी हैं और उनके जीवन के संघर्ष पर हाल ही में 12वीं फेल फिल्म बनी थी, वह काफी लोकप्रिय रही और सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले बच्चों के लिए यह फिल्म प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आयकर अधिकारी विजय सोनी ने यहां बच्चों के साथ वन टू वन बातचीत करते हुए उनके सवालों के जबाव दिए और सिविल सर्विेसेस की तैयारी करने के टिप्स दिए।
उन्‍होंने कहा कि 15 से 25 वर्ष की उम्र ऐसी है जो आपका कैरियर बनाती भी है और बिगाडती भी। इसलिए इस उम्र में सिर्फ कैरियर पर फोकस करें। उन्‍होंने कहा कि स‍ही दिशा, सही मार्गदर्शन और अच्‍छे दोस्‍त मिल जाएं तो आप जीवन में बहुत आगे बढ सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि कैरियर मतलब वह जो अपने जीवन को अच्‍छे से जीने का जरिए बन सके। उनसे एक बच्‍ची ने पूछा कि उसे आईआरएस अधिकारी बनना है, क्‍या वह कॉलेज में ऐसा सबजेक्‍ट ले लो जो सरल हो और वह यूपीएससी की तैयारी अच्‍छे से कर सके। इस पर सोनी ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए आपका फाउंडेशन अच्‍छा होना चाहिए, 8 से कॉलेज तक की पढाई में आप अच्‍छे हैं विषय पर पकड है तो आगे निकल जाएंगे, सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। सोशल मीडिया पर बोलते हुए आयकर अधिकारी सोनी ने कहा कि जिन्‍हें सिविल सर्विेसेस में जाना है वह इससे दूर रहे। 25 वर्ष तक की उम्र तक इससे दूर रहें, सिर्फ अच्‍छी चीजे सीखने के लिए ही इंटरनेट का उपयोग करें। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि यदि नेता बनना है तो सोशल मीडिया का उपयोग जमकर करें, इससे ख्‍याति भी मिलती है।कार्यक्रम के विशेष अतिथि नगरीय प्रशासन विकास विभाग के डिप्‍टी डायरेक्‍टर भगवानदास भूमरकर ने कहा कि टेलेंट आपके अंदर है,प्रोफेशन की कमी नही है। धन, कीर्ति, सम्मान की कमी नहीं है। बस आपको अपने आप को पहचानना है।
उन्‍होंने कहा कि बच्‍चों अपने सपने बड़े रखो। सपने ऐसे हों जब तक उन्‍हें सुनकर कोई आपके ऊपर हंसे नहीं। भुमरकर ने कहा कि हम तो सिर्फ कुछ सरकारी सेवाओं में हैं। हर बच्चा सरकारी क्षेत्र में नहीं जा सकता। हमें शिक्षा में आगे बढ़ना है। खेलकूद, संगीत भी शिक्षा है। उसमें भी अच्‍छा कैरियर है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगरपालिका अध्‍यक्ष पंकज चौरे ने बच्‍चों से कहा कि सफलता पाने के लिए अच्‍छे ईमानदार प्रयत्न जरूरी है, अनुशासन से ही सफलता मिलती। उन्‍होंने कहा किसी परीक्षा में असफल हो जाएं तो निराश नहीं होना है, यह तय है कि भगवान ने उससे अच्‍छा आपके लिए कुछ सोचकर रखा हो। नगरपालिका अध्‍यक्ष  चौरे ने स्‍वयं का और नवनिर्चाचित सांसद दर्शन सिंह चौधरी का उदाहरण देकर बताया कि वे और सांसद चौधरी भोपाल में एक साथ एक कमरे में रहकर पीएससी की तैयारी करते थे, लेकिन उस वक्‍त कुछ वर्षों के लिए पीएससी की परीक्षाएं नहीं हुई तो वापस आ गए। सांसद जी शिक्षक बन गए और मैं कोर्ट में वकालात करने लगा। अब मैं नगरपालिका अध्‍यक्ष हूं और आप सभी ने दर्शन सिंह को सांसद बना दिया। उन्‍होंने कहा कि इसलिए कभी निराश होने की जरूरत नहीं, हो सकता है जिसके लिए प्रयत्न कर रहे थे उससे अच्‍छा कुछ नियति ने आपके लिए तय कर रखा हो। कार्यक्रम के संयोजक मुस्‍कान संस्‍था के संचालक मनीष सिंह ठाकुर, सभापति पार्षद अमृता मनीष ठाकुर, पार्षद सीमा भदौरिया, दिलीप गोस्‍वामी, अमित विश्‍वास, शुभम गौर, पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार बाबरिया, स्‍कूल संचालक मो जाफर सिद्धीकी, संदीप तिवारी, अरविंद कंसोटिया, हरीश अग्रवाल, मनोहर प्रजापति, राजा जुनेजा, मुस्‍कान संस्‍था से रितु राजपूत, अर्चना मालवीय, विशाखा अंजीकर, गुंजन श्रीवास, रानी राजपूत, गीता केवट, प्रीति मालवीय, ज्‍योति केवट सहित अन्‍य मौजूद थे।