इटारसी। शिक्षक का सम्मान हर दिन, प्रत्येक क्षण होता है। इसके लिए कोई एक दिन नहीं होता। शिक्षक ही है, जिनको सारा जीवन सम्मान मिलता है। नौकरीपेशा अधिकारी यदि रिटायर हो जाए, जनप्रतिनिधि भी यदि पूर्व हो जाए तो उसे सम्मान नहीं मिलता। लेकिन, शिक्षक रिटायर भी हो जाए तो वह सम्माननीय होता है। शिक्षक ही है जो बच्चे को उसकी कमजोरी के साथ स्वीकार करते हैं और फिर मजबूत बनाकर जीना सिखाते हैं। । यह बात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने नर्मदापुरम पत्रकार संघ के शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। सम्मान समारोह न्यास कॉलोनी बायपास स्थित साईंकृपा मैरिज गार्डन में आयोजित किया गया था। समारोह में शहर के विभिन्न निजी स्कूलों, कोचिंग के 57 शिक्षक-शिक्षिकाओं, संचालकों का सम्मान किया। सभी का सम्मान शॉल-श्रीफल, सम्मान पत्र एवं उपहार देकर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने की। इस अवसर पर विशेष अतिथि विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय उपस्थित रहे। स्वागत भाषण कार्यक्रम के संयोजक जितेन्द्र ओझा ने दिया। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है कि शिक्षकों के साथ ही स्कूलों और कोचिंग संचालकों के सम्मान के लिए पत्रकार संघ आगे आया है। यह परंपरा आगे भी जारी रहे, ऐसे प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस प्रकार निजी स्कूलों और शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था, उससे उबरते हुये यह सभी शिक्षक सम्मान के पात्र हंै। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार भूपेन्द्र विश्वकर्मा और रश्मि बावरिया ने किया। डॉ. शर्मा ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा दो ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें लगातार काम करने की गुंजाइश बनी रहती है। आगामी कुछ वर्षों में इन दोनों क्षेत्र में बड़े परिवर्तन दिखाई देंगे। उन्होंने बताया कि सरकार सीएम राइस और पीएमश्री स्कूलों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाने वाली है, तथा चिकित्सा के क्षेत्र में भी ऐसा ही होगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि जब हम राजनीति में आये तो उस समय अच्छे स्कूल, अच्छे भवन और अच्छी व्यवस्थाएं नहीं हुआ करती थी, लेकिन अब जब बढ़ते हुये समय के साथ इटारसी को देखते हंै तो यहां संचालित हो रहे निजी स्कूल और कोचिंग क्लासेस शहर की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाते हैं। इन स्कूलों और कॉलेजों के कारण ही शहर में शिक्षा का स्तर बढ़ा है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से कहा कि वे बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही एक अच्छे नागरिक का कर्तव्य क्या है, यह भी सिखायें। उन्होंने कहा कि आपकी सीख के कारण ही आज बच्चे स्वच्छता का महत्व समझने लगे हैं, और बड़ों से ज्यादा स्वच्छता का ख्याल बच्चे रखने लगे हैं। विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय ने कहा कि आप शिक्षक ही हैं जो एक पिता के रूप में सख्त होकर जीवन में बड़ी सीख देते हैं तो मां की तरह स्नेह देकर अच्छा इनसान बनने को प्रेरित करते हैं। आप बच्चों की परवाह करते हैं, आपका समाज निर्माण में बड़ा योगदान होता है। नर्मदापुरम पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने कहा कि पत्रकार संघ इतने क्षेत्र में कार्य करता है तो, बच्चों का उज्ज्वल भविष्य बनाने वाले शिक्षकों के सम्मान में कैसे पीछे रह जाता। यह नवाचार इस वर्ष पत्रकार संघ द्वारा किया गया और यह अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का सम्मान सभी करते हैं हमने शिक्षकों के साथ संचालकों के सम्मान कर एक नई परम्परा को शुरुआत की है। कार्यक्रम के प्रारंभ में नर्मदापुरम पत्रकार संघ के संभागीय अध्यक्ष रोहित नागे, उपाध्यक्ष मंजू ठाकुर, वरिष्ठ पत्रकार अनिल मिहानी, विनय मालवीय, संजय शर्मा, कृष्णा राजपूत, इंद्रपाल सिंह, मनोज कुंडू, बसंत चौहान, राजकुमार बाबरिया, विनीत चौकसे, अरविंद शर्मा, राहुल अग्रवाल, शिवांग भट्ट, मंगेश यादव, गिरीश पटेल, कन्हैया गोस्वामी, राजेश दुबे, प्रदीप तिवारी, दिलीप शर्मा, मनोज तिवारी, खेमराज परिहार, घनश्याम तिवारी, अजय दुबे, ओम पटेल के साथ अन्य साथी पत्रकारों ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। पत्रकार संघ की ओर से सभी अतिथियों का शॉल-श्रीफल एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया।