अतिक्रमण मुहिम में नियमों की अनदेखी के आरोप, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी….

इटारसी। शहर में मानसून काल में प्रशासन द्वारा चलाई जा रही अतिक्रमण मुहिम विवादों में आ गई है। कांग्रेस ने मुहिम के विरोध में मोर्चा खोलते हुए मुहिम में नियमों की अनदेखी के आरोप लगाए है। कांग्रेस ने छोटे व्यापारियों को परेशान करना बंद नही किए जाने की स्तिथि में आंदोलन की चेतावनी भी दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह तोमर एवं अमोल उपाध्याय ने शहर में जारी अतिक्रमण मुहिम को प्रदेश शासन के आदेश और मंशा के विरुद्ध बताया है.
नेताद्वय ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन मध्य प्रदेश राजस्व विभाग के अपर सचिव चंद्रशेखर वालिम्बे के दिनांक 26 जून 2023 के आदेशों की धज्जियां उड़ा रही है, जिसमें कहा गया है कि वर्षाकाल में नजूल भूमि पर निर्मित आवासीय स्वरूप के अतिक्रमण को न हटाए जाए तथा गुमथियां,ठेले और व्यवसायिक अस्थाई अतिक्रमण भी वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराए जाने तक ना हटाए, शासन ने जिला कलेक्टर से इस तरह के निर्देशों का पालन सुनिश्चित किए जाने को कहा है किन्तु स्थानीय प्रशासन इनकी अनदेखी कर रहा है। नेताद्वय ने कहा कि महंगाई और बरसात के दिनों में शहर के छोटे व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के नाम पर परेशान और प्रताड़ित किया जा रहा है, इतना ही नहीं गरीब एवं विकलांग लोगों की गुमठीयों को अशासकीय JCB से तोड़ कर नष्ट कर दिया गया है। लोगों के सामान जप्त किए जा रहे हैं, और वह जब सामान लेने जाते हैं तो उन्हें आधा अधूरा सामान ही मिल पाता है, नेताओं ने कहा कि अतिक्रमण मुहिम राजनीति से प्रेरित है और व्यापारियों को परेशान करने वाली है। पीड़ित व्यापारियों को भाजपा नेताओं के दरबार में बुलाकर दण्डवत कराने की साजिश है ताकि उन्हें कथित दरबार में पहुंचा कर मुहिम रुकवा कर श्रेय का कारोबार करवा सकें। दोनों नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि स्थानीय प्रशासन ने छोटे व्यापारियों को परेशान करने का सिलसिला जारी रखा तो कांग्रेस आमसभा/आंदोलन कर इनके ऐसे कृत्य को सरेआम बेनक़ाब करेगी। इस मामले में एसडीएम मदानसिंह रघुवंशी में कहा कि मुहिम में किसी को भी जबरिया परेशान नही किया गया है। जिनके अतिक्रमण से वास्तव में आवागमन बाधित हों रहा है उनके अतिक्रमण ही हटाए जा रहे हैं।