नर्मदापुरम। विधानसभा चुनाव में अब चंद महीने ही रह गए हैं। चुनाव में कम समय को देखते हुए अब कांग्रेस भी पूरी ताकत से फील्ड पर आकर भाजपा पर तीखे प्रहार कर रही है ताकि जनता के बीच जड़ें मजबूत हो सकें। इसी कड़ी में जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में सतरस्ते पर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के नेताओं ने जहां मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की नीतियों और कथित भ्रष्टाचार को लेकर हल्ला बोला वहीं नर्मदापुरम विधायक पर भी शब्दों के तीखे बाण छोड़े। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में पूरा समय विधायक डॉ सीतासरन शर्मा का नाम ही गूंजता रहा।
धरना प्रदर्शन में अभा कांगे्रस कमेटी के मध्यप्रदेश के सहप्रभारी संजय कपूर ने कहा कि उज्जैन महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार को खुद भगवान महाकाल ने उजागर कर दिया है। अब प्रदेश की भाजपा सरकार को कोई नहीं बचा सकता है। नर्मदापुरम जिला प्रभारी व तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा ने कहा कि सतपुड़ा भवन में आगजनी भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने का कारनामा है। इससे पहले वर्ष 2018 में भी सतपुड़ा भवन में अग्निकांड से सबूत मिटाने के प्रयास हुए थे। जनता सब देख और समझ रही है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल ने कहा कि जिले में भाजपा के विधायक हैं, भाजपा की सरकार है मगर फिर भी कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आ सका है। जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है और शासकीय जमीनों को खुर्दबुद किया जा रहा है। वरिष्ठ नेता मोहन झलिया ने कहा कि क्षेत्र के विधायक डॉ सीतासरन शर्मा एडव्होकेट के साथ करेला और नीमचढ़ा की स्थिति है। वे मई 2023 में कलेक्टर को पत्र लिखकर कहते हैं कि बड़ी पहाडिय़ा के पास हनुमान मंदिर के सामने अवैध नहर को मोड़ दिया गया है। इसके अलावा सिंचाई विभाग के समस्त अधिकारियों को भी पत्र लिखते हैं। वहीं 10 मई 2023 को भाजपा पार्षद के पति लक्ष्मण सिंह बैस डोंगरी, जलालाबाद, कुलामढ़ी, रायपुर, रसूलिया व बुधवाड़ा में कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। यह कुछ लोग नहीं बल्कि विधायक डॉ सीतासरन शर्मा के परिवार के सदस्य हैं। प्रदेश कांंग्रेस प्रवक्ता राजकुमार उपाध्याय केलू ने कहा कि नर्मदापुरम में 15/१, १५/२ व १५/३ पर एजुकेशन सोसाइटी के नाम पर विधायक और उसके परिवार ने कब्जा रखा है। उसकी जांच होना चाहिए। विधायक डॉ शर्मा एक ही काम करते हैं वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उनके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर केस दर्ज करा सकते हैं मगर हम इससे डरने वाले नहीं हैं। हम अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से खड़े रहेंगे।
जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष बाबू चौधरी ने कहा कि नर्मदापुरम जिले में एक-दो हलकों में चकबंदी का रिकार्ड दुरुस्त नहीं है। यहां के विधायक और सांसद इस बारे में एक सवाल विधानसभा और संसद में नहीं उठा पाए हैं। कांगे्रस की सरकार बनने होश्ंागाबाद जिले की चकबंदी का बेड़ा उठाएंगे।
संभागीय कांग्रेस प्रवक्ता अशोक जैन ने कहा कि कांग्रेस की जब सरकार 2018 में आई तो इटारसी नगरपालिका में भ्रष्टाचार की फाइलें सौंपी थी मगर सत्ता परिवर्तन के बाद भ्रष्टाचारियों की फाइल को दबा दिया गया। संभागीय प्रवक्ता जैन ने कहा कि विधायक डॉ शर्मा के बड़े भाई मुख्य सचिव रहे बावजूद उसके एक बड़ा व्यापार होशंगाबाद जिले में नहीं आया। उनके वहां रहने का क्या फायदा मिला, कुछ नहीं। नगर कांग्रेस इटारसी के पूर्व अध्यक्ष पंकज राठौर ने कहा कि हमारे जिले के एक तरफ मुख्यमंत्री है और दूसरे जिले में कृषि मंत्री कमल पटेल हैं। ये दोनों हमारे क्षेत्र की योजनाओं को अपने यहां ले जाते हैं और हमारे जिले के विधायक उस पर चुप्पी साध लेते हैं। हमारे क्षेत्र से नर्मदा एक्सप्रेस वे दूसरे जिले में चला जाता है मगर जिले के चारों विधायक और सांसद इस पर आवाज नहीं उठाते हैं। उन्हें सही माएनों में क्षेत्र के विकास से कोई सरोकार ही नही है। उनका पूरा ध्यान शासकीय जमीनों को खुर्दबुर्द करने के साथ ही अपने विरोधियों की आवाज दबाने पर रहता है। हमारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से निवेदन है कि वे नर्मदा एक्सप्रेस वे को नर्मदापुरम जिले से ले जाने के संबंध केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संबंध में चर्चा करें ताकि क्षेत्र को उसका हक मिले। जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष शिवराज चंद्रोल ने कहा कि नर्मदापुरम विधानसभा में 35 साल से भाजपा का कब्जा है मगर यहां कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आ पाया है। विधानसभा विकास के मामले में पिछड़ी है। धरना कार्यक्रम में अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री विजय दुबे काकू भाई, पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष राधा पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष सत्येंद्र फौजदार, जनपद सदस्य हाकम सिंह, चंद्रगोपाल मलैया, सतपाल पलिया, रणवीर सिंह पटेल, मधुसुदन यादव, रमेश बामने, अजय सैनी, भूपेश थापक, संध्या शाह सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।