इटारसी। नर्मदापुरम जिले में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे और भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले इटारसी के शराब तस्कर और भाजपा नेता संतोष उर्फ बबलू राजवंशी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया। पुलिस रिकॉर्ड में भाजपा से जुड़े इस शराब कारोबारी को 9 माह से फरार बताया जा रहा था जबकि उक्त कारोबारी प्रकरण दर्ज होने के बाद से ही शहर में मौजूद था। कई सार्वजनिक स्थलों पर आरोपी की मौजूदगी दिखती रही मगर पुलिस को आरोपी कभी नजर नहीं आया। आरोपी संतोष राजवंशी की गिरफ्तारी कब और कैसे हुई इसकी भनक तक किसी को नही लगी। भाजपा नेता आरोपी संतोष राजवंशी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी को गिरफ्तार करने और जेल भेजने की खबर देर रात सामने आई। जून 2022 में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्थायी वारंटी जारी हुआ था। उसे पकड़ने में इटारसी पुलिस को 9 महीने लग गए। पुलिस ने आरोपी को शहर से किस स्थान से पकड़ा, वो भी फिलहाल स्पष्ट नहीं किया। टीआई केवल बाजार क्षेत्र से पकड़ना बता रहे हैं। भाजपा नेता बबलू राजवंशी पर करीब 5 लाख रुपए की अवैध तस्करी के आरोप हैं। इटारसी थाना टीआई आरएस चौहान ने बताया शराब तस्करी के आरोपी संतोष राजवंशी का वारंट जारी था। सोमवार को उसे बाजार क्षेत्र से गिरफ्तार किया। कोर्ट से आरोपी को जेल भेजा गया है।
यह है मामला
15 अप्रैल को जिला आबकारी विभाग की एक टीम ने इटारसी और नर्मदापुरम में अलग-अलग इलाकों में अवैध शराब की बड़ी खेप बरामद की है। इसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए थी। मामले में एक आरोपित की गिरफ्तारी हुई थी। मेहरागांव के पास खेत में बने टप्पर के मकान से देशी प्लेन मदिरा की 85 पेटी शराब जब्त की गई थी। जब्त शराब की कीमत 2 लाख 70 हजार रुपए बताई गई थी। राजामोहन पटेल ने खेत भाजपा नेता बबलू राजवंशी को किराए पर दिया था। जांच में अवैध शराब संतोष राजवंशी की होना पाया गया था। इसके बाद आबकारी विभाग ने धारा 34, 2 के तहत आरोपी संतोष उर्फ बबलू राजवंशी को आरोपी बनाया था। तभी से भाजपा नेता आरोपी राजवंशी फरार चल रहा। सूत्र बताते है कि आबकारी टीम ने ही जांच में ढील बरत ली थी। जिससे की गिरफ्तारी नहीं हो पाई । तब जून महीने में कोर्ट ने स्थायी वारंट जारी किया। पुलिस को भी आरोपी को पकड़ने में 9 महीने लग गए।
जिम्मेदारों की दरियादिली
आबकारी विभाग ने भाजपा से जुड़े होने के कारण आरोपी संतोष राजवंशी उर्फ बबलू की गिरफ्तारी को लेकर कभी तत्परता नही दिखाई। आरोपी इन 9 महीनों में जयस्तंभ क्षेत्र, रेस्ट हाउस परिसर, सरकारी अस्पताल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सहित अन्य जगहों पर आता जाता रहा मगर आबकारी विभाग और पुलिस विभाग ने उसे क्यों गिरफ्तार नही किया इसका खुलासा तो वरिष्ठ अधिकारियों की इच्छा पर टिकी विभागीय जांच में ही हो सकता है मगर इस घटनाक्रम ने आरोपी और जिम्मेदारों की गलबहिया के संकेत जरूर दे दिए हैं।