इटारसी। विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर समर्पण ग्रुप द्वारा एक नई पहल प्रारंभ की गई। इस पहल का मकसद जरूरतमंद बच्चों को किताबें उपलब्ध कराना है। आम नागरिकों से पुरानी पुस्तकें ग्रुप के सदस्यों द्वारा जमा कराई जाएंगी और फिर उन्हें जरूरतमंद बच्चों को उपलब्ध कराया जाएगा।, समर्पण ग्रुप द्वारा जरूरतमंद छात्रों को सभी पाठ्य सामग्री निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। समर्पण ग्रुप को भाजपा महिला मोर्चा नगर मंडल अध्यक्ष जागृति आशीष भदौरिया ने केजी 2 की पुस्तकें एवं लोकेश अधिकारी ने समाजशास्त्र से संबंधित किताबें, समाजशास्त्र के नोट्स एवं फोटोकॉपी कागज की दो रिम प्रदान की। समर्पण ग्रुप के संस्थापक आशीष भदौरिया ने बताया कि समर्पण ग्रुप द्वारा विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर एक नई मुहिम प्रारंभ की गई है जिसमें अभिभावकों से अनुरोध है कि वह अपने बच्चों की पुरानी किताबें ग्रुप को उपलब्ध कराएं तथा अगली क्लास की किताबें यदि ग्रुप के पास उपलब्ध है तो वह ग्रुप से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं। समर्पण ग्रुप के सदस्य राजेश (पप्पू) चौधरी ने कहा कि किताबें ज्ञान का भंडार हैं इन्हें व्यर्थ ना जाने दें। आपके द्वारा दी गई किताबें किसी जरूरतमंद छात्र के भविष्य का निर्माण कर सकती हैं। समर्पण ग्रुप के सदस्य गिरधारी चौरे ने कहा कि मैं शिक्षा जगत से 15 वर्षों से जुड़ा हुआ हूं और मैं छात्रों से अपील करता हूं कि यदि आपके पास पुरानी किताबें है तो उन्हें उस क्लास में पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं को उपलब्ध अवश्य कराएं। यदि उनके पास कोई ऐसा छात्र ऐसा नहीं है तो समर्पण ग्रुप को उपलब्ध करा दें ताकि उक्त पुस्तक को सही छात्र तक पहुंचाया जा सके। समर्पण ग्रुप के सदस्य अंकित राठौर ने बताया कि यदि कोई नागरिक पुरानी पुस्तकें समर्पण ग्रुप को दान करना चाहता है तो हमें फोन लगाकर संपर्क कर सकता है और समर्पण ग्रुप के सदस्य स्वयं उनके घर से पुस्तकें एकत्रित कर लेंगे ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। जिसके लिए समर्पण ग्रुप के किसी भी सदस्य को इन नंबरों पर 8770678589, 7999623016, 8982701725 कॉल कर सकते हैं। समर्पण ग्रुप के सदस्यों ने नाला मोहल्ला स्थित आश्रम में सफाई अभियान भी चलाया। यह ग्रुप निरंतर धार्मिक स्थलों की साफ सफाई पर कार्य कर रहा है। इस अवसर पर आशीष भदौरिया (मासाब), राजेश (पप्पू) चौधरी, अंकित राठौर, गिरधारी चौरे, गुड्डू सराठे, मोहनदास करारे, मनोज बाउस्कर, रामबाबू आदि उपस्थित थे।