बारिश में सेठानी घाट पर 964 की जगह 954 फीट पर पानी आने पर लेंडिया नाले पर बने सिस्टम से किया जाएगा डिस्चार्ज..

नर्मदापुरम। जिला बाढ़ आपदा प्रबंधन और नियंत्रण समिति की बैठक शनिवार को कलेक्टरेट में आयोजित की गई। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने विभिन्न विभागोें के अधिकारियों को वर्षा पूर्व की सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत, अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर,  एसडीएम, तहसीलदार, एसपीएम, सीपी इटारसी, रेलवे, जल संसाधन, लोकनिर्माण विभाग, नगर पालिका, होमगार्ड सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे। 954 फीट लेवल पर पानी करेंगे बाहर कलेक्टर सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि रामलीला मैदान के पास स्थित लेंडिया नाले के पास जल भराव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सेठानी घाट के खतरे के निशान 964 फीट की जगह 954 फीट पर पानी पहुंचने पर बाहर फेकने की तैयारी की जाए। बनाएं गए सिस्टम की मॉकड्रिल करके चेक किया जाए ताकि इन वक्त पीआर सिस्टम धोखा ना दे। गत वर्षों में जो रेत का जमाव हुआ है उसका भी आकलन किया जाए। कलेक्टर सिंह ने कहा कि तवा, बारना, बरगी बांधों से पानी छोड़े जाने पर नर्मदापुरम सेठानी घाट तक पानी आने की स्थिति का सही तरह से आकलन कर लें। यह देखा गया है कि निधारित समय से पूर्व पानी आ रहा है। सही तरह से निर्धारण कर लें। जल संसाधन विभाग को किया निर्देशित सर्किट हाउस के पास की पिचिंग की मरम्मत के कार्य पूर्ण करने के निर्देश भी जल संसाधन विभाग को दिए गए। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री वीके जैन ने बताया कि पिचिन के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जा रही हैं। प्रयास किए जा रहे हैैं कि बरसात से पूर्व मरम्मत के कार्य पूर्ण किए जा सकें। तवा डेम की स्थिति भी ठीक है लीकेज और सीपेज जैसी स्थिति नहीं है। सतत मानिटरिंग की जा रही है। कलेक्टर सिंह ने नगर पालिका को शीघ्र सेंड बेग और सीमेंट बेग की वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। दवा भंडारण करने के निर्देश बाढ़ प्रभावित क्षेेत्रों में वर्षा पूर्व दवा के भंडारण की व्यवस्था करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां पर जल भराव की स्थिति निर्मित होती हैं उन्हें चिन्हित कर लें। नपा की और स्वास्थ्य विभाग की टीम नियोजित की जाए। राहत पुनर्वास के स्थान पूर्व से तय कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि अभियान के रूप में वर्षा पूर्व नाले और नालियों की सफाई सुनिश्चित की जाए। अवैध निमार्ण पर अंकुश लगाया जाए। जिससे जल भराव की स्थिति नहीं बन सके। बाढ़ प्रभावित गांवों की सूची पोर्टल पर अपडेट कर ली जाए। आंगनबाड़ी केेंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में दवाईयों का अग्रिम भंडारण किया जाए। कलेक्टर ने ऐसे क्षेत्रों में राशन का भी अग्रिम भंडारण करने के निर्देश खाद्य विभाग को दिए गए। होमगार्ड विभाग को पर्याप्त नाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिला कमांडडेंट ने बताया कि 21 मोटर बोट की उपलब्धता है। आवश्यक उपकरण की व्यवस्था की जा रही है। आरटीओ, लोकनिर्माण विभाग, एमपीआरडीसी के ठेेकेदारों के पास की क्रेन, जेसीबी मशीनों की जानकारी संधारित करने के लिए निर्देश दिए गए। जिससे आवश्यकता पड़ने पर निर्धारित स्थलो पर पहुंचाई जा सके।      अनुविभाग में होगा होमवर्क सभी एसडीएम से उनके अनुविभाग में बाढ़ आपदा नियंत्रण का मास्टर प्लान बनाने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को समझाइश देने, सड़क निर्माण  विभाग के अधिकारियों को पुल पुलियाओं की स्थिति का आकलन करने तथा निर्धारित क्षमता के वाहन निकलने व साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। वर्ष पूर्व समुचित तैयारियों की  मार्कड्रिल करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। कंट्रोल रूम  सक्रिय करने और अलार्म की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश बैठक में दिए गए।