इटारसी. इटारसी के सराफा बाजार में सराफा कारोबार से जुड़े कई चेहरे खुद को समाज में ईमानदार व्यापारी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं मगर पर्दे के पीछे की हकीकत ये है कि वे चोरी के जेवर खरीदने के मामले में लिप्त हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि पुलिस की एक सराफा कारोबारी पर हुई कार्रवाई कह रही है। पुलिस ने इटारसी शहर के एक सराफा कारोबारी को चोरी के जेवर खरीदने के मामले में आरोपी बनाया है। सराफा बाजार में इस तरह का मामला पहली बार सामने नहीं आया है। इससे पहले भी इटारसी जीआरपी सराफा बाजार के कई कारोबारियों के यहां दस्तक दे चुकी है ये बात अलग है कि उन मामलों को सांठगांठ से दबा दिया गया। समय समय पर सामने आने वाले ये मामले सराफा कारोबार में होने वाले खेल की प्रमाणिकता खुद उजागर कर रहे हैं।क्या है मामला औबेदुल्लागंज की महावीर कॉलोनी के एक सूने मकान पर हाथ साफ करने वाले आरोपियों को पुलिस ने पकड़कर कोर्ट से रिमांड पर लिया है। पुलिस अन्य चोरी व सामान के बारे में पूछताछ कर रही है। आरोपियों ने औबेदुल्लागंज से सामान चुराकर इटारसी में बेचा था। आपको बता दें कि 10 मार्च को महावीर कॉलोनी के संजीव शर्मा के घर सुबह साढ़े चार बजे पांच चोरों ने चोरी की थी। पांचों चोर रात में बाइक से नर्मदापुरम से मंडीदीप गए थे। वहां से संजीव शर्मा के गोदाम व सूने घर में घुस गए। परिवार शादी में गया हुआ था। चोरों ने यहां से सोने व चांदी के 85 हजार रुपए के जेवर पर हाथ साफ कर दिया। पुलिस ने मोहम्मद आसिफ खान निवासी छिंदवाड़ा, गोलू बच्चा उर्फ फूलसिंह मांझी निवासी बरेली व मनीष धाकड़ बरेली को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। गोलू व मनीष हाल में सतलापुर रह रहे थे। अन्य दो आरोपी अभी फरार है।
ज्वेलर्स संचालक कमल अग्रवाल को बनाया आरोपी। संजीव शर्मा के सूने घर में चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने चुराए गए सोने को इटारसी के पायल जवेलर्स को बेचा था। पायल ज्वैलर्स के संचालक कमल अग्रवाल ने चुपचाप इस सोने को खरीद लिया था। पुलिस ने जब आरोपियों से जेवरो के बारे में सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पायल ज्वैलर्स पर जेवर बेचने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने पायल ज्वेलर्स के संचालक कमल अग्रवाल को भी आरोपी बनाया है। पुलिस ने यहां से सोना भी जब्त कर लिया है। चांदी लेकर दो आरोपी अभी फरार हैं।