नर्मदापुरम। हाईकोर्ट के 25 आपराधिक और सिविल प्रकरणों के 66 दिनों में निराकरण के आदेश के बाद से अधिवक्ताओं में असंतोष और नाराजी है। हाईकोर्ट के आदेश के विरोध में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन जोर पकड़ रहा है। 6 मार्च सोमवार को अधिवक्ताओ ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया। सभी अधिवक्ता न्यायालीन कार्य से अलग रहे और किसी ने कोई काम नही किया। उनका यह प्रदर्शन 12 मार्च तक जारी रहेगा। जिला अधिवक्ता संघ नर्मदापुरम के सचिव मनोज जराठे ने बताया कि अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन कर काला आदेश वापस लेने की मांग की है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान संघ अध्यक्ष केके थापक, उपाध्यक्ष अखिलेश मिश्रा, सहसचिव सुरेन्द्र सिंह राजपूत, ग्रंथपाल श्रीप्रकाश दुबे, कार्यकारिणी सदस्य सीके कुरापा, विरेन्द्र राजपूत, क्षमा चौहान, राजेश चौरे, रीतेश विश्वकर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता एसएस ठाकुर, व्हीके चौहान, एचके यादव, प्रशांत तिवारी, रामराज सिंह ठाकुर, सरिता दुबे, विजया कदम, प्रदीप मिश्रा, अजय तिवारी, बलवंत सिंह ठाकुर, राजा चौहान, राजीव दुबे, सुशील गोयल, नीतेश गौर, विनीत वर्मा, संजीव बग्गन, अरविंद खण्डेलवाल, राजेश अग्रवाल, रत्नेश दुबे, आशीष ठाकुर, जितेंद्र गौर, भूपेंद्र वर्मा, माधव हरने, विश्वास सोनी, आशीष बिजोरिया, दीपक अग्रवाल, अनंत गोर, मनोज चौधरी, राकेश शर्मा, रशीद खान, सौरभ तिवारी, विक्रम परते, अनिल गौर आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।।