नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले (Narmadapuram) में एक निर्दयी मां ने एक नवजात को 9 महीने कोख में रखा और जब वो नवजात दुनिया मे आई तो उस मां का कलेजा नवजात को खुद से दूर करने में भी नहीं काँपा। उस नवजात को उस निर्दयी मां ने मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया जहां उसकी जान जा सकती थी मगर जाको राखे सांइया-मार सके ना कोई, नवजात बच्ची के झाड़ियों में रोने की आवाज उसकी जिंदगी बचने का कारण बन गई। बच्ची की रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने एएनएम के माध्यम से बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात माता-पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिले के माखननगर थाना अंतर्गत (Makhannagar) आने वाले ग्राम पवारखेड़ा खुर्द (Pawar Kheda Khurd) में निर्दयी माता-पिता ने 4 घंटे की मासूम नवजात बच्ची को कचरे में फेंक दिया था। दोपहर करीब 1 बजे नवजात के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण झाड़ियों के पास पहुंचे। जहां जमीन पर बच्ची रोते हुए मिली। ग्रामीणों ने इसकी सूचना एएनएम (ANM) और माखन नगर थाने में दी। जिसके बाद थाना प्रभारी प्रवीण कुमरे स्टाफ सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पंचनामा बनाकर बच्ची को माखन नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) भेजा। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद नर्मदापुरम जिला अस्पताल (Narmadapuram District Hospital) के एसएनसीयू वार्ड (SNCU Ward) में रेफर किया गया। डॉक्टरों की देखरेख में बच्ची का इलाज जारी है। माखन नगर थाना पुलिस ने अज्ञात माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नर्मदापुरम जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स रोजी नंदा (Nurse Rosie Nanda) ने बताया कि नवजात बच्ची माखन नगर अस्पताल से आई हुई है। जिसका वजन 2 किलो 335 ग्राम है। नवजात बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है। बच्ची माखन नगर अस्पताल स्टाफ को झाड़ियों में मिली थी। माखन नगर अस्पताल के स्टाफ नर्स शिवानी राय और सफाई कर्मी अनीता धौलपुरिया दोनों बच्ची को 108 वाहन की मदद से जिला अस्पताल लेकर आए। बच्ची का उपचार एसएनसीयू वार्ड में डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है।