मध्यप्रदेश में होगा सत्ता परिवर्तन, जनता को अब पसंद नहीं शिवराज का चेहरा…

इटारसी। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा करने में माहिर हैं। मंच से वे घोषणा तो बड़े जोर शोर से करते हैं और बजट मंजूरी देना भूल जाते हैं। उनकी वादाखिलाफी एवं कुशासन से जनता त्रस्त हो गई हैं। आम आदमी का जीवन मुश्किल हो रहा है। उनका चेहरा देखना तक अब लोगों को पसंद नहीं है। इस साल मप्र में सत्ता परिवर्तन होगा। कांग्रेस नेता एकजुट होकर सरकार के खिलाफ उतरेंगे, इस बार बहुमत से पार्टी सरकार बनाएगी। भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया की हालत खराब है इस बार उनका ही जीतना मुश्किल है।। यह बात मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्ष माणक अग्रवाल ने कहीं। उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार इटारसी आए अग्रवाल का कांग्रेसियों ने मिहानी निवास पर गर्मजोशी से स्वागत किया।। बिकाऊ विधायको के कारण गिरी थीं सरकार यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए मानक अग्रवाल ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2023 के विस चुनाव में इस बार जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। 2018 में जब सरकार बनी थी तो कुछ विधायक बिक गए थे जिससे जनता के बहुमत वाली सरकार गिर गयी थी। अब परिस्थिति अलग है और कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।। मुख्यमंत्री ने मप्र को कर्ज में डुबाया प्रदेश उपाध्यक्ष मानक अग्रवाल ने कहा कि शिवराज सरकार ने मप्र को कर्ज में डुबो दिया है, घोषणावीर सीएम लगातार कर्ज ले रहे हैं, इससे प्रदेश की माली हालत खराब हो चुकी है करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद प्रदेश का विकास नहीं हो रहा है, मप्र में सर्वाधिक भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है अग्रवाल ने कहा कि मप्र का बड़ा शहर इटारसी है। इस शहर का अपेक्षित विकास नहीं हो सका, यहां कोई भी बड़ा उद्योग नहीं आ सका “स्वास्थ्य सुविधाएं भी बदहाल हैं। इस बार नर्मदांचल की चारों विस सीट पर कांग्रेस जिताऊ उम्मीदवार देगी, चारों विस कांग्रेस जीतेगी। खासतौर पर नर्मदापुरम विस में जीत के लिए पार्टी विशेष रणनीति तय करेगी।। सिंधिया की हालत खराब, जीतना बड़ा मुश्किल मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके मंत्रियों को लेकर अग्रवाल ने कहा कि इस बार खुद सिंधिया परेशान हैं, वे स्वयं विस चुनाव जीत जाएं यड़ी मुश्किल है, उनके साथ सरकार में आए सारे मंत्री भी हारने की हालत में आ गए हैं। उनको पार्टी में एडजस्ट नही कर पा रहे हैं क्योंकि भाजपा नेताओं को लगता है कि उनको सीएम बनाया तो भाजपा मे फूट होने का खतरा रहेगा। कमलनाथ के नेतृत्व में होगा चुनाव। नगर कांग्रेस अध्यक्ष पंकज राठौर के इस्तीफे की पेशकश पर अग्रवाल ने कहा कि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है, सिर्फ पेशकश की है, इसे मंजूर नहीं किया गया है। पार्टी नेता अरुण यादव द्वारा कांग्रेस सीएम का चेहरा चुनाव के बाद तय करने वाले बयान पर अग्रवाल ने कहा कि यह फैसला पार्टी हाइकमान करती है. हालांकि अभी तक दिल्ली से जो संकेत आए हैं, वह बताते हैं कि चुनाव कमल नाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा, इसमें पार्टी कर हर नेता-कार्यकर्ता जी-जान से जुटकर काम करेगा।। मैं और पचौरी जी एक ही हैं, कोई गुटबाजी नही है नर्मदांचल में गुटबाजी पर उन्होंने कहा कि अब परिवर्तन नजर आएगा, हम और सुरेश पचौरी जीत के लिए एक साथ नजर आएंगे। चुनाव से करीब 6 माह पहले प्रत्याशी घोषित करने के सवाल पर अग्रवाल ने कहा कि ऐसा करना संभव नहीं है. प्रत्याशियों की सूची हाइकमान की चुनाव समिति तय करती है, वहीं से नाम तय होंगे।