नर्मदापुरम। जिले के सोहागपुर में ग्राम गुंदरई गांव में अतिक्रमण हटाने गई राजस्व विभाग की टीम के उस वक्त होश फाख्ता हो गए। राजस्व टीम के सामने शनिवार को एक 60 साल के बुजुर्ग किसान ने सुसाइड का प्रयास किया। किसान ने कीटनाशक राजस्व विभाग की टीम के सामने पिया। यह देख नायब तहसीलदार अंजु लोधी और राजस्व टीम हक्का-बक्का रह गए। किसान को परिजन और राजस्व टीम तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। हालत में सुधार न होने से उन्हें गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल रेफर किया गया। दरअसल पूरा मामला निजी भूमि से रास्ता निकालने का है। सोहागपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम गुंदरई में किसान बद्रीप्रसाद रघुवंशी का खेत है। पास से ही गांव के एक क्षेत्र आने-जाने का रास्ता है। जिसे लेकर विवाद चल रहा है। किसान के भतीजे द्वारकाप्रसाद का कहना है कि यह उनकी निजी जमीन है। गांव के दबंगों द्वारा निजी जमीन से रास्ता निकाला जा रहा गया। बिना नोटिस के 21 जनवरी को खेत से रास्ता निकाला गया। जिसे किसान बद्रीप्रसाद ने दोबारा बंद कर दिया। शनिवार को नायब तहसीलदार अंजु लोधी व राजस्व टीम उक्त रास्तें को खुलवाने पहुंची। तब किसान व राजस्व टीम के बीच नोंक-झोंक हुई। किसान ने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। किसान को गंभीर अवस्था में ड्यूटी डॉक्टरों द्वारा जिला अस्पताल रेफर किया गया।आम रास्ते से अतिक्रमण को हटाया। तहसीलदार अलका एक्का का कहना है कि वहां से कई वर्षों से आम रास्ता था, जिसे किसान द्वारा बंद किया गया था। 21 दिन पहले भी मेरे द्वारा रास्ता खुलवाया गया था, परंतु किसान द्वारा पुनः रास्ता बंद कर दिया गया था। उसी अतिक्रमण को दोबारा नायब तहसीलदार व टीम गई थी। उस दौरान किसान ने कुछ खाया। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। किसान को जिला अस्पताल रेफर किया है। उनका उपचार जारी है।