युवक की गुमठी का ताला तोड़कर सूदखोर ने किया कब्जा, दुकान बेचने बना रहा दबाव, पुलिस मिला रही सूदखोर के सुर में सुर, युवक ने दी आत्महत्या की चेतावनी..

नर्मदापुरम। शहर के एक साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रकाशक विनोद कुमार केवट निवासी मालाखेडी ने अपने माँ के नाम पर दर्ज गुमटी पर सूदखोर द्वारा कब्जा करने का दबाव बनाने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। आवेदक ने कोतवाली पुलिस पर सूदखोर के साथ मिलकर गुमटी उसके नाम लिखने का गम्भीर आरोप भी लगाया है। आवेदक ने शिकायत में कहा है कि अगर उनकी कहीं सुनवाई नही होती है तो वे आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। आवेदक ने शिकायत में कहा है कि उनकी स्वर्गीय मां सुशीला बाई के नाम पर नगरपालिका से आवंटित पीली गुमठी क्र 6 को सूदखोर रामचंद्र भटनागर द्वारा जालसाजी कर हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी शिकायत आवेदक की बहन प्रीति केवट ने दिनांक 28.09.2022 सिटी कोतवाली नर्मदापुरम में जाकर की थी लेकिन सूदखोर पर कार्यवाही न कर शिकायतकर्ता और उसकी बहन प्रीति केवट को सूदखोर द्वारा झूठे एससी एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामले दर्ज करने का दबाव बनाया जा रहा है। यह है मामला आवेदक की बहन प्रीति केवट ने रामचंद्र भटनागर से ब्लैक स्टाम्प पर साइन कर 50 हजार रूपए लिए थे जिसके एवज में 60 हजार रूपए लौटाने थे। आवेदक द्वारा जुलाई 2022 में बैंक से लोन लेकर व रकम गिरवी रख 50 हजार नगदी लौटा दिए थे. 10 हजार रूपए व्याज के शेष रह गए है। रामचंद्र भटनागर ने कहा था कि 10 हजार रूपए जब तुम दोगे तुम्हारा स्टॉम्प लौटा देंगे। लेकिन रामचंद्र भटनागर हम पर दुकान बेचने के लिए दबाव बनाने लगा। रामचंद्र भटनागर ने ब्लॅक स्टाम्प पर फर्जी लिखापढ़ी कर 4 लाख रूपए में दुकान खरीदी का विक्रय नामा बना लिया। नोटरी नहीं होने के चलते मुझे और मेरी बहन को प्रताड़ित करने लगा। जिसकी शिकायत हमने 28.09.2022 को सिटी कोतवाली में की थी। युवती के दुकान पर बैठने के समय रामचंद्र भटनागर द्वारा गंदे गंदे कमेंट करने लगा था जिससे तंग होकर दुकान बंद कर दी थी सूदखोर रामचंद्र भटनागर ने 2 लोगों को झूठा गवाह बनाया है।

अजाक थाने में झूठा आवेदन दिया है। आवेदक विनोद केवट ने बताया कि सूदखोर रामचंद्र भटनागर ने 500 रूपए के स्टाम्प पर नोटरी के लिए दबाव बनाने सिटी कोतवाली सहित अजाक्स थाने में जातिसूचक शब्द का आरोप, लेनदेन सहित गाली गलौच की शिकायत की है। दिनांक 26.12.2022 को सिटी कोतवाली थाने से एक एएसआई द्वारा मुझे फोन लगाकर दोपहर डेढ़ बजे थाने बुलाया गया। जहां पर रामचंद्र भटनागर की उपस्थिति में सिटी टीआई साहब विक्रम रजक और ए एस आई सुखनंदन नरे द्वारा दबाव बनाया गया कि तुमने 3 लाख 90 हजार रूपए ले चुके हो, 10 हजार रूपए लेकर तुम्हारी दुकान सुमती भटनागर के नाम करो, नहीं तो तुम्हारे खिलाफ एससी एक्ट में मामले दर्ज कर दूंगा। सोहागपुर में तीन पत्रकारों को भी जेल पहुंचाकर आया हूँ, तेरी भी जमानत नहीं होने दूंगा।

पुलिस दे रही सूदखोर का साथ। सूदखोर पुलिस संरक्षण में दुकान हड़पने के लिए षडयंत्र कर प्रताड़ित किया जा रहा है। दो दिन पहले ही रामचंद्र भटनागर द्वारा स्टाम्प पेपर की फोटो कॉपी सहित अन्य कागज गुमटी पर चिपकाए है जिसकी फोटो गुमठी संघटन के व्हाटसअप ग्रुप पर शेयर की है, जिससे इनकी दबंगाई जाहिर होती है। गुमठी संघ अध्यक्ष का भी फोन आया था कि बैठकर बात कर लो। इस प्रकार हम पर विभिन्न लोगों से फोन लगवाकर दबाव बनाया जा रहा है। हमारे आवेदनों पर पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है। मेरे और मेरी बहन के पास रोजगार के लिए एकमात्र सहारा मेरी स्वर्गीय मां की गुमठी है। सूदखोर द्वारा जो दुकान के कागज लगाए गए है वह मेरे निवास से मेरे ससुराल पक्ष ने चोरी कर लिए थे जिसकी शिकायत मेरे द्वारा पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम को 26.08.20021 को की गई थी जिस पर भी कार्यवाही नहीं होने पर मेरे द्वारा इस्तगासा कोर्ट में पेश किया है। मेरे मामले की कही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सूदखोर रामचंद्र भटनागर के खिलाफ कार्रवाई नही होने पर आत्महत्या करने पर मजबूर होंगे।

इनका कहना है

सूदखोर ने गुमटी का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया है। पुलिस को शिकायत करने गए तो पुलिस अधिकारी हम पर ही सूदखोर को गुमठी बेचने का दबाव बना रहे हैं। हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है अगर यही हालात रहे तो मजबूरन आत्महत्या का कदम उठाना पड़ेगा

विनोद केवट, शिकायतकर्ता

अभी इस मामले में पूरी जानकारी नहीं है। शिकायत की जांच करा लेंगे। इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ गुरुकरण सिंह, एसपी नर्मदापुरम

इस मामले में प्रतिक्रिया लेने कोतवाली टीआई विक्रम रजक और रामचन्द्र भटनागर को फोन पर सम्पर्क किया गया मगर उन्होंने फ़ोन रिसीव नहीं किया जिससे उनसे चर्चा नहीं हो सकी।