जिले की धान मिलों में भंडारित धान का होगा सत्यापन, धान सत्यापन होने के बाद ही होगी मिलिंग..

नर्मदापुरम।  खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन 28 नवम्बर 2022 से 16 जनवरी 2023 तक किया जाएगा। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने पंजीकृत किसानों के अलावा पुराना भंडारित धान उपार्जन केन्द्रों पर विक्रय के लिए आने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए जिले में संचालित समस्त धान मिलों में भंडारित धान के भौतिक सत्यापन के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है। समिति में समस्त तहसीलदार/ नायब तहसीलदार, खाद्य विभाग के समस्त सहायक/कनिष्ठ आपूर्ति, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं नागरिक आपूर्ति निगम के केन्द्र प्रभारी रहेंगे। समिति द्वारा अनुभाग में स्थापित धान मिलों का निरीक्षण कर उपलब्ध एवं भंडारित धान का भौतिक सत्यापन किया जाएगा तथा शासन के निर्देशानुसार धान उपार्जन के दौरान ही खरीदी केन्द्र से सीधे अनुबंधित धान मिलर्स को धान प्रदाय कर मिलिंग कराई जाकर सीएमआर अर्थात चावल जमा किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। समिति द्वारा जिले में स्थापित धान उपार्जन केन्द्रों से अनुबंधित धान मिलर्स को प्रदाय धान के स्कंध के परिवहन, भंडारण पर भी आवश्यक रूप से निगरानी रखी जाएगी।
भंडारित धान निकासी पर रोक रहेगी
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने उपार्जन केंद्र में पंजीकृत किसानों के अलावा पुराना भंडारित धान उपार्जन केन्द्रों पर विक्रय के लिए आने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए जिले के समस्त निजी गोदामों, वेयर हाउसों, समस्त धान मिलों में भंडारित धान की निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई है। उक्त आदेश जिले में धान उपार्जन के लिए स्थापित 89 केन्द्रों पर लागू नहीं होगा। उक्त आदेश के अनुसार उपार्जन अवधि की अंतिम तिथि तक संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की बिना अनुमति के गोदाम, वेयरहाउस, जिले के समस्त धान मिलों में भंडारित धान की निकासी पर रोक रहेगी।

प्रशासन ने किया नियंत्रण कक्ष स्थापित
खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मोटा अनाज उपार्जन में आ रही तकनीकी एवं अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए कलेक्टर  ने कलेक्टर कार्यालय स्थित खाद्य शाखा में जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।  नियंत्रण कक्ष प्रात: 10 बजे से सांय 6 बजे तक निर्धारित उपार्जन अवधि 16 जनवरी 2023 तक संचालित रहेगा। नियंत्रण कक्ष की प्रभारी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्रीमती मीनाक्षी दुबे मोबाईल नंबर 9755471912 के निर्देशन में खाद्य विभाग के कम्प्यूटर आपरेटर सीताराम शर्मा 9685766137, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के लिपिक अनिल खंडेलवाल 9926381815 एवं मार्कफेड की कम्प्यूटर आपरेटर सुश्री मनोरमा कुमरे 6265908060 नियम समय पर नियंत्रण कक्ष में उपस्थित रहकर उपार्जन केन्द्रों एवं किसानों से प्राप्त उपार्जन एवं भुगतान से संबंधित समस्याओं/शिकायतों का निराकरण करेंगे। गोदाम में भंडारित धान सत्यापन होने के बाद ही होगी मिलिंग
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग नीति जारी की गई है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जिले में संचालित उपार्जन केन्द्रों से अनुबंधित राईस मिलर्स को प्रदाय धान का मिल परिसर में सत्यापन के लिए खाद्य विभाग, उपार्जन एजेंसी एवं भंडारण संस्था के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इस कार्य में संलग्न अधिकारी अनुबंधित मिलर्स द्वारा उपार्जन केन्द्र से सीधे धान का उठाव किया है उनके आधिपत्य के राइस मिल का परिसर, गोदाम व अन्य भंडारण एजेंसियों के कैप गोदाम में भंडारित धान का शत प्रतिशत भौतिक सत्यापन करेंगे, भौतिक सत्यापन उपरांत ही मिलर्स द्वारा मिलिंग कार्य प्रारंभ किया जा सकेगा। इस कार्य के लिए तहसील पिपरिया के लिए कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मनोज शुक्ला, बनखेड़ी के लिए जुबेर काजी, सोहागपुर के लिए राजेश श्रीवास्वत, माखननगर के लिए श्रीमती मीनाक्षी दुबे, इटारसी के लिए अब्दुल शरीफ खान एवं तहसील नर्मदापुरम व डोलरिया के लिए मृगी अग्रवाल को दायित्व सौंपा गया है।