सचिव के पति ने प्रधानमंत्री आवास दिलाने के एवज में लिये थे 5 हज़ार, 5 साल बाद भी नहीं मिला मकान, उधार की छत के सहारे कट रही जिंदगी..

नर्मदापुरम। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर राजनीति हो रही है और जरूरतमंदों को सिर पर छत देने के दावे किए जा रहे हैं मगर जमीन पर सच्चाई कुछ और ही है। प्रधानमंत्री आवास के नाम पर भोले भाले लोगों से जिम्मेदार पैसा ऐंठ रहे हैं और उन्हें आवास भी नहीं दिए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सोहागपुर विधानसभा के ग्राम आरी में सामने आया है जहां एक युवक को प्रधानमंत्री आवास के बदले ₹5000 देने पड़े , बावजूद उसके उसे ना तो मकान मिला और ना ही उससे ली गई राशि। हद तो यह है इस परिवार के साथ हुई धोखाधड़ी पर ना तो सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह का ध्यान है और ना ही जिला प्रशासन ने कभी इस पर नजर डालने की जरूरत समझी। पीड़ित परिवार ने अब जिला प्रशासन को आवेदन देकर अपनी समस्या हल कराने की फिर से गुहार लगाई है। आइए हम आपको उस परिवार के साथ हुए घटनाक्रम की पूरी जानकारी देते हैं।

यह है मामला ग्राम आरी निवासी भूरा सराठे आयु 32 साल पिता गौरीशंकर सराठे ने एक शपथ पत्र में कलेक्टर को आवेदन द्वारा बताया कि वह ग्राम आरी में स्थायी रूप से निवास करता है। उसका परिवार गरीबी रेखा की श्रेणी में आता है। ग्राम आरी में पूर्व में प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत उसकी माँ गनपती बाई का नाम में आया था जिसके बाद पंचायत में जिम्मेदारों से सम्पर्क किया था। कान के झुमके गिरवी चकर दी रिश्वत की रकम ग्राम के सचिव पति हरिओम गौर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृति हेतु उसकी माँ से 5000 रूपये की मांग की गई थी। मां ने 5000 रूपये कान के गहने रखकर ब्याज पर पैसे उधार लेकर ग्राम आरी के सचिव पति हरिओम गौर को मेरे समक्ष नगद दिये थे। उसके बावजूद भी आज दिनांक तक हमें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। सचिव पति हरिओम द्वारा कहा गया था कि ग्राम के 70 लोगों के नाम के उपरांत आपकी आवास योजना की राशि में दिला दूंगा एवं आपका प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत मकान निर्माण कार्य करा दूंगा। परन्तु 70 लोग अधिक व्यक्तियों की आवास योजनातर्गत राशि डाली जा चुकी है। परन्तु साल 2017 से मेरी माँ का नाम सर्वे सूची में चल रहा है। परन्तु आज दिनांक तक हमें योजनातर्गत कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। योजना का लाभ दिलाने लगाई गुहार। पीड़ित भूरा सराठे ने कहा कि सचिव द्वारा हमसे अवैधानिक रूप से राशि प्राप्त कर ली है। बार-बार निवेदन करने पर भी हमें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं दे रहा है। मैं यह शपथ पत्र ग्राम आरी के सचिव पति हरिओम गौर द्वारा मुझे एवं मेरे परिवार को बिना किसी कारण के परेशान करने, प्रताडित करने, गुमराह करने एवं 5000 रूपये लेकर भी आज दिनांक तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं देने एवं हमें प्रताडित किये जाने की वजह से दे रहा हूं। मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी दिलाया जाए।

इनका कहना है

वर्ष 2017 में नाम आने के बाद से आवास का इंतजार कर रहे हैं। सचिव पति हरिओम गौर की मांग पर मेरी माँ ने कान के झुमके गिरवी रखकर 5 हजार रुपये आवास का लाभ दिलाने के एवज में दिए थे। आज तक ना मकान मिला और ना ही पैसे। कलेक्टर कार्यालय में आवेदन देकर आवास योजना का लाभ दिलाने की गुहार लगाई है।

भूरा सराठे, शिकायतकर्ता

हम पता करा लेते हैं कि क्या मामला है। जांच के बाद इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।

नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर नर्मदापुरम

नहीं उठाया मोबाइल

इस मामले में पीड़ित की शिकायत के बाद ग्राम पंचायत की सचिव के पति हरिओम गौर और सरपंच को मोबाइल पर प्रतिक्रिया लेने के लिए कॉल किया गया मगर दोनों ही जिम्मेदारों ने फोन रिसीव नहीं किया।