–अभी तक खोजनपुर में हो रही थी कचरा डंपिंग
–ट्रोमल मशीन से प्रतिदिन हो रहा 3 टन से ज्यादा कचरे का निपटारा
नर्मदापुरम. नर्मदापुरम शहर में खोजनपुर (khojanpur) से कचरे का पहाड़ 8 महीने के अंदर खत्म किया जाना है। उससे पहले दूसरा ट्रेचिंग ग्राउंड नर्मदापुरम नपा(treching ground narmadapuram nagarpalika) को फाइनल करना है ताकि बाद में शहर में दूसरा कचरे का पहाड़ खड़ा ना हो। नगरपालिका प्रशासन की योजना तालनगरी में ट्रेचिंग ग्राउंड बनाने की है। नर्मदापुरम नगरपालिका जल्द ही इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजेगी ताकि चिन्हित जमीन नगरपालिका के हैंडओवर हो सके।
ट्रेचिंग ग्राउंड शहर के बाहर बनाने के लिए नर्मदापुरम नगरपालिका लंबे समय से प्रयास कर रही है मगर अब तक सफलता नहीं मिली है। नगरपालिका प्रशासन ने सबसे पहले वर्ष 2018 में माखननगर के बज्जरवाड़ा और उसके बाद वर्ष 2020 में रंढ़ाल और डोलरिया के गुनौरा में भी जमीन देखी थी मगर उस पर कुछ नहीं हो सका। इसके बाद वर्ष २०२२ पवारखेड़ा में २० एकड़ ट्रेचिंग ग्राउंड की प्लानिंग की थी जो विवादों की भेंट चढ़ गई और मामला वहीं थम गया।
तालनगरी में देखी 21 एकड़ जमीन
शहर के खोजनपुर से ट्रेचिंग ग्राउंड को हटाकर बाहर किया जाना है। ट्रेचिंग ग्राउंड में कचरे के निपटारे के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए भी जगह चिह्नित हो गई है। तालनगरी के पास ट्रेचिंग ग्राउंड के लिए नर्मदापुरम अनुभाग के तालनगरी(taalnagri ) में २१ एकड़ जमीन देखी गई है। 21 एकड़ की इस जमीन के लिए अब नगर पालिका शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजेगी। अगर शासन से जमीन को ट्रांसफर हो जाती है तो ट्रेचिंग ग्राउंड आकार ले लेगा।
ट्रोमल मशीन दिलाएगी कलंक से मुक्ति
खोजनपुर के ट्रेचिंग ग्राउंड पर ट्रोमल मशीन (tromal machine) ने काम शुरू कर दिया है। इस मशीन के सहारे स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे की गार्बेज फ्री सिटी यानी जीएफसी कैटेगिरी में नर्मदापुरम नगरपालिका एंट्री का सपना देख रही है। पिछले सर्वेक्षणों में इस कैटेगिरी में नर्मदापुरम नगरपालिका 0 अंक लाकर फिसड्डी ही साबित हुई है। कचरा ग्राउंड में कचरा अलग-अलग करने का काम शुरू होने से नर्मदापुरम नपा के मन में अब जीएफसी कैटेगिरी में जगह बनने की उम्मीद जागी है।
प्रतिदिन 3 टन कचरे की प्रोसेसिंग
शहर में प्रतिदिन डेढ़ क्विंटल से ज्यादा प्लास्टिक कचरा निकल रहा है। इनमें सबसे ज्यादा प्लास्टिक पानी की बॉटल व पॉलीथिन का कचरा है। नगर पालिका ने प्लास्टिक बॉटल का कचरा एकत्रित करने के लिए नर्मदा कॉलेज के सामने, पानी की टंकी तिराहा सहित अन्य जगहों पर डस्टबिन लगाए हैं। प्लास्टिक बॉटल जमा करने के बाद उनको लेकर नवाचार भी किया जा रहा है। कंपनी ने अक्टूबर माह में काम शुरू किया है। कचरे के निपटारे के लिए दो ट्रोमल मशीन लगना है हालांकि अभी एक ही मशीन ने काम करना शुरू किया है। एक दिन में मशीन से 3 टन से ज्यादा कचरे को प्रोसेस किया जा रहा है। नपा इस काम के लिए लगभग 3 करोड़ 28 लाख रुपए खर्च कर रही है। 7 से 8 महीने में कचरे का निष्पादन होना हैं।
इनका कहना है
ट्रेचिंग ग्राउंड के लिए तालनगरी में 21 एकड़ जमीन देखी गई है। नगरपालिका प्रशासन से प्रस्ताव लेकर शासन को भेजा जाएगा। शासन से जमीन ट्रांसफर होने के बाद ही ट्रेचिंग ग्राउंड प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा।
नीता कोरी, एसडीएम नर्मदापुरम
ट्रोमल मशीन से प्रतिदिन 3 टन कचरे का निष्पादन किया जा रहा है। खोजनपुर ग्राउंड खाली होने में कम से कम 8 महीने का वक्त लगेगा। कंपनी जल्द ही एक ट्रोमल मशीन और लगाएगी जिससे प्रोसेसिंग में तेजी आएगी।
सत्यम उपाध्याय, कंपनी सुपरवाइजर
गार्बेज फ्री सिटी के लिए कचरे का निपटारा शुरू हो गया है। अभी डस्टबिन के लिए नवाचार किया है। सर्वेक्षण के पहले कचरे का पहाड़ खत्म होने की उम्मीद है। जिससे निकाय की जीएफसी कैटेगिरी में रैंकिंग और बेहतर होगी।
प्रतिमा बीलिया, उपयंत्री नपा नर्मदापुरम