नर्मदापुरम। शासकीय मूंग उपार्जन कार्य में एक सप्ताह में अलग अलग सर्वेयर एवं सुपरवाइजर द्वारा कार्य में लावरवाही बरतने के कारण जिला विपणन अधिकारी ने 17 सर्वेयर एवं 1 सुपरवाईजर को उपार्जन कार्य से हटा दिया है। लापरवाही बरतने वाले इन लोगों को केवल कार्य से हटाना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि उन पर कार्रवाई होना चाहिए ताकि दूसरे कर्मचारी उनके ट्रेक पर ना चलें। अभी तक स्तिथि में जिला विपणन अधिकारी कार्यालय यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि उन पर कार्रवाई क्या होगी। जानकारी के अनुसार भारत सरकार की प्राईस सपोर्ट स्कीम अंतर्गत अंतर्गत वर्ष 2024 (विपणन वर्ष 2024-25) में प्राईस सपोर्ट स्कीम अंतर्गत ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन का कार्य जिले में सहकारी/विपणन समितियो के माध्यम से नेफेड खाते में 101 उपार्जन केंद्रों पर 13377 कृषक बंधुओ से मात्रा 31828.059 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी हो चुकी है। जिले में उपार्जन केंद्रों पर मूंग की गुणवत्ता जांच हेतु नेफेड द्वारा नियुक्त सर्वेयर/सुपरवाइजर एजेन्सी के माध्यम से जिले के उपार्जन केन्द्रो पर कार्यरत सर्वेयर/सुपरवाइजर द्वारा मूंग गुणवत्ता जांच में देरी/अनियमितता एवं जिला प्रशासन को प्राप्त शिकायत के कारण 14 सर्वेयर कौशल पटेल, कपिल डांगी, विजय कर्मी, मयंक बिटले, आयुश शुक्ला, पृथवी चौहान, शिवम कुमार उमरिया, पंकज कुर्मी, निकुंज बिहारी, आकाश प्रजापति, शरद यादव, सुनील कुमार त्रिवेदी, लीलाधर पटेल एवं अभिषेक दावंदे एवं 01 सुपरवाइजर शैलेन्द्र सिंह दांगी एवं 3 सर्वेयर अर्जुन, अशोक कुमार पटेल, बबलन पटेल को कार्य स्थल पर समय पर उपस्थित नहीं होने, कार्य में अनियमितता एवं विलम्ब समय पर हैण्डलिंग चालान की गुणवत्ता जांच समय पर न करने एवं एफ.ए.क्यू, मापदण्ड अनुसार खरीदी न करने पर कार्य से पृथक किया गया।