इटारसी। 8 साल की उम्र में खंडवा जिले से इटारसी की मुस्कान संस्था पहुंची एक बालिका उर्मिला बालिग होने तक संस्था में ही रच बस गई थी। मुस्कान संस्था में पहुंची उस बच्ची उर्मिला को पूरे प्रबंधन ने लाड़-प्यार से पाला। जब वह बालिग हो गई तो मुस्कान संस्था प्रबंधन ने उसके मां-बाप नहीं होने का अहसास उर्मिल को नहीं होने दिया और मां-बाप का फर्ज निभाते हुए उसके हाथ पीले कराए। मंगलवार को शहर के वृंदावन गार्डन में उर्मिला का धूमधाम से विवाह कराया। उर्मिला को विदाई देते वक्त मुस्कान संस्था से जुड़े हर शख्स की आंखों में खुशी के आंसू बह निकले।
उल्लेखनीय है कि मुस्कान संस्था में ऐसे बच्चों को रखा जाता है जिनके माता-पिता या घर-परिवार का कुछ पता नहीं होता है। जब उर्मिला को मुस्कान संस्था में एंट्री मिली थी तब उस वक्त उसकी आयु केवल 8 वर्ष की थी। बाल कल्याण समिति के माध्यम से उर्मिला को यहां लाया गया था। यहां आने के बाद उर्मिला का मन यहां ऐसा रमा कि वह यहीं की होकर रह गई। उसे कभी यहां रहकर अपने माता-पिता का ध्यान ही नहीं आया। बालिग होने के बाद उसे शक्ति सदन में रखा जा रहा था।
संस्था ढूंढ रही थी जीवनसाथी
उर्मिला की विवाह चिंता करते हुए मुस्कान संस्था प्रबंधन ने उसके लिए उचित वर की तलाश भी शुरू की। प्रबंधन की यह तलाश भोपाल में आकर पूरी हुई। जब प्रबंधन को उर्मिला के हिसाब से योग्य वर समझ आया। इसके बारे में उर्मिला से भी चर्चा की गई और उसके भी विचार जाने गए। जब उर्मिला ने विवाह की सहमति दी तब प्रबंधन ने झटपट उसका विवाह तय कर दिया। उर्मिला ने कहा कि वह यहां 8 साल की उम्र से रह रही है। कभी उसे यहां मां-बाप की कमी महसूस नहीं हुई। मेरी हर जरुरत का प्रबध्ंान ने ध्यान रखा है। मैं मुस्कान संस्था की जीवन भर आभारी रहंूगी।फूलों से सजाया गया विवाह स्थल
उर्मिला का विवाह वृंदावन गार्डन से हुआ। जोड़े का विवाह गायत्री पद्धति से मंत्रोच्चार के बीच हुआ। पूरे विवाह स्थल को बहुत ही मनोहारी ढंग से सजाया गया। भोपाल से बारात लेकर पहुंचे दूल्हे का मेन गेट पर लडक़ी पक्ष से मुस्कान संस्था प्रबंधन ने स्वागत सत्कार किया। इसके बाद वर-वधु ने एक-दूसरे का हाथ थामकर जीवनसाथी बनने की कसमें लीं। उर्मिला के विवाह में शामिल होने शहर के गणमान्य नागरिकों में नपाध्यक्ष पंकज चौरे, शिक्षाविद् केएस उप्पल, वरिष्ठ पत्रकार जम्मू सिंह उप्पल, सुधीर गोठी, सुनील बाजपेयी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी ललित डेहरिया, जिला अधिकारी डीपी गौर, पार्षद गीता पटेल, कुंदन गौर, अमित विश्वास, जिम्मी कैथवास सहित अन्य लोगों ने वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे। मां के बेटे जागरण समिति के संचालक आलोक शुक्ला द्वारा शनि जयंती पर जमा हुई राशि में से शेष बची राशि से 51 बारातियों को उपहार स्वरूप थरमस भेंट किए गए।
इनका कहना है
उर्मिला हमारे पास 8 साल की उम्र आई थी और आज वह अपने ससुराल जा रही है। हमें उसकी विदाई का दुख है मगर इस बात की खुशी भी है कि अब वह एक नई जिंदगी जीने जा रही है। ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उसका जीवन खुशियों से भरा रहे। मुस्कान संस्था ने आज अपना एक बड़ा फर्ज निभाया है।
मनीष ठाकुर, संचालक मुस्कान संस्था