नर्मदापुरम। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पिछले दिनों खनिजों का अवैध उत्खनन और परिवहन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इस आदेश के बाद प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गया है। हर दिन रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन करने वालों की धरपकड़ की जा रही है। इस धरपकड़ से बचने रेत माफियाओं ने शहर में अलग अलग जगह अपने ठिए बना लिए हैं। इन ठियो पर बड़ी मात्रा में रेत स्टॉक की जा रही है। जिला प्रशासन का ध्यान अभी शहर में कई जगहों पर बने रेत के अवैध स्टॉक सेंटरों पर नहीं गया है। इन रेत के अवैध भंडारणों के कारण खदानो के ठेके लेने वाली कंपनियों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड रहा है।
यहां बने रेत के अवैध ठिए
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टरेट बगंले रोड पर स्थित शारदा कालोनी मे बाहर के पिछले हिस्से मे एक रेत माफिया ने भारी मात्रा में रेत का अवैध स्टाक कर रखा है। ये माल इतना है कि इससे दर्जनों ट्रॉली लोड की जा सकती हैं। इसी तरह रेत माफिया ने कुलामढी रोड पर गैस गोदाम के पास भी रेत का अवैध भंडारण कर रखा है। जिस पर प्रशासन की नजर नही गई है। इस तरह के और भी भंडारण शहर में हो सकते हैं।
एनजीटी की रोक के बाद बिकेगी रेत
जल्द ही मानसून की दस्तक हो जाएगी। उससे पहले एनजीटी का नदियों से रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लग जायेगा जो लगभग मानसून खत्म होने तक रहेगा। इस अवधि रेत की सप्लाई कम हो जाती है। इस मौके को भुनाने के लिए इन्ही सेंटरों से रेत भरकर मुंह मांगे दामों में सप्लाई की जाती है। मानसून के पहले जिले में कई जगह इस तरह के रेत स्टॉक देखने को मिल जाएंगे।
कार्रवाई करेंगे
इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। शहर में जहां भी इस प्रकार के अवैध रेत भंडारण के केंद्र होंगे उनकी जांच कराई जायेगी और नियमानुसार कार्रवाई होगी।
नीता कोरी, एसडीएम नर्मदापुरम