जिंदगी बचाने इमरजेंसी बटन दबाते साथी कर्मचारी उससे पहले ही मौत ने छीन ली पेपर मिल कर्मचारी की सांसें..

नर्मदापुरम। शहर की पेपर मिल में गुरुवार सुबह एक जूनियर टेक्नीशियन मशीन में फंस गया। यह घटना गुरुवार सुबह 10 बजे हुई जिससे पूरे मिल में हड़कंप मच गया। मशीन में फंसे कर्मचारी की जिंदगी बचाने दौड़े साथी कर्मचारी जब तक इमरजेंसी बटन दबाते उससे पहले ही मौत ने कर्मचारी की सांसें छीन ली। नाराज परिजन, कर्मचारी और यूनियन से जुड़े लोगों ने शव लेकर जा रही एंबुलेंस को ढाई घंटे तक रोके रखा। वे मिल के गेट पर ही धरने पर बैठ गए। घटना के बाद कर्मचारियों के मुंह खुले तो उन्होंने मिल के अफसरों को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाए कि मिल अफसर दबाव देकर और सीआर खराब करने की धौंस देकर नियमविरुध्द काम कराते हैं। मिल प्रबंधन ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है।
गेट पर धरना और नारेबाजी
केंद्र सरकार के प्रतिभूति कागज कारखाने में जूनियर टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ प्रयास गौर पीएम-5 पेपर मशीन की कपलिंग में काम के दौरान फंस गए थे। उनका हाथ मशीन में आया, इसके बाद पेट का हिस्सा भी फंस गया था जिससे उनकी मौत हो गई थी। पेपर मिल में नोटों के लिए कागज बनाया जाता है। इस घटना के बाद साथी कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया और गेट पर ही धरना दे दिया। SDOP पराग सैनी, तहसीलदार देवराम उईके, कोतवाली TI सौरभ पांडे मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया मगर वे नही मान उसी दौरान शव लेकर जा रही एंबुलेंस को ढाई घंटे तक रोके रखा। SDOP पराग सैनी, तहसीलदार देवराम उईके, कोतवाली TI सौरभ पांडे मौके पर पहुंचे। बड़ी मुश्किल से प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया गया। कर्मचारियों ने मांग की कि इस मामले में जिसकी गलती है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

गलत काम और सीआर खराब करने की धमकी का खुलासा
इस घटना के बाद मिल के अंदर होने वाली कथित मनमानी की भी पोल खुली। प्रतिभूति कागज कारखाना में ही सीनियर टेक्नीशियन मनोजीत पाल ने कहा कि मिल में अधिकारी दबाव देकर नियमविरुद्घ काम कराते हैं। करियर रिकॉर्ड खराब करने की धमकी देकर गलत काम करने को मजबूर करते हैं।

बटन दबने से पहले ही सब कुछ खत्म हुआ
मिल में कर्मचारी की मौत की घटना के प्रत्यक्षदर्शी जूनियर टेक्नीशियन विनीत नंदेश्वर ने बताया कि ‘मशीन में वैक्यूम लीकेज होने पर गीला पेपर लगाया जाता है। अधिकारियों के दबाव में ऐसा काम चालू मशीन में ही करना पड़ता है। साथी बुद्धदेव चौधरी वैक्यूम लीकेज में गीला पेपर लगा रहे थे। एक तरफ के लीकेज को उन्होंने अपने साथी प्रयास गौर को बताया। दूसरे लीकेज को बंद करने की बात कहकर वे आगे चले गए। प्रयास गौर काम के दौरान मशीन की चपेट में आ गए। हम लोगों ने दौड़कर इमरजेंसी बटन दबाया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
विनीत नंदेश्वर ने यह भी कहा कि मिल में सुरक्षा मानकों को ताक पर रखा जा रहा है। मशीन की दिक्कत बताई जा चुकी है। सभी को पता भी है। लेकिन हम पर दबाव डाला जाता है कि काम करना ही है।’ जूनियर टेक्नीशियन बुद्धदेव चौधरी ने बताया कि मशीन की मोटर पर पहले सेफ्टी गार्ड लगा हुआ था। बहुत दिनों से यह टूटा पड़ा हुआ है। किसी ने ध्यान नहीं दिया। जगह भी इतनी कम है कि बहुत मुश्किल से काम कर पाते हैं।’

अधिकारी बोले,मिल पर आरोप गलत,
सिक्योरिटी पेपर मिल के जनसंपर्क अधिकारी संजय भावसार ने कर्मचारियों के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि एसपीएम भारत सरकार का संस्थान है इसलिए दबाव डालकर काम का सवाल ही नहीं। मिल में नियमानुसार काम होता है। सुरक्षा नियमों का पूरा पालन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम जूनियर टेक्नीशियन के परिवार के साथ हैं। जांच कमेटी बना दी है। अगर कोई दोषी होगा तो सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।’