9 महीने की उम्र का था सड़क हादसे में जान गंवाने वाला टाइगर, विभाग ने किया अंतिम संस्कार..

बुदनी रेंज में टाइगर की मौत से हड़कंप
वाहन से टकराने से जान जाने की संभावना
नर्मदापुरम। टाइगर स्टेट मप्र में एक के बाद एक बाघ की मौत की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब एक नई घटना रातापानी टाइगर रिजर्व से लगे बुधनी रेंज के खटपुरा के जंगल की सामने आई है। शाहगंज से औबेदुल्लागंज, भोपाल जाने वाले मार्ग पर खटपुरा के पास सडक़ किनारे बाघ का शव गुरुवार सुबह 6 बजे मृत अवस्था में पड़ा मिला था। सूचना मिलने के बाद बुधनी रेंजर प्रकाश उइके, एसडीओ सुकृति ओसवाल मौके पर पहुंची थी। बाघ के मौत की सूचना एसडीओ ने वरिष्ठ अफसरों को देने के बावजूद दोपहर 3.30 बजे तक घटना स्थल पर वन्य प्राणी विशेषज्ञ और जिम्मेदार अफसर मौके पर नहीं पहुंचे थे जिससे दोपहर 3.30 बजे तक बाघ का शव सडक़ किनारे ही पड़ा रहा। बाद में शाम के समय टाइगर के शव का पीएम कराकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बाघ की उम्र करीब 9 माह की सामने आई है। अब विभाग को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।
एसडीओ ओसवाल ने कहा कि ऐसी संभावना है कि रात के दौरान बाघ सडक़ पार कर रहा होगा। तभी किसी वाहन ने उसे टक्कर मार दी। जिस वजह से बाघ घायल हुआ और सडक़ किनारे खत्म हो गया। उसकी उम्र करीब 9 माह की थी। उल्लेखनीय है कि बुदनी वन परिक्षेत्र में एक सप्ताह में वन्य प्राणी की मौत का दूसरा मामला है। पिछले सप्ताह तेंदुआ की मौत हो गई थी। अब बाघ की अज्ञात वाहन से टकराने से मौत हुई। बड़ा सवाल है कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा और उनके रहवास को लेकर वन विभाग बड़े काम कर रहा है। एनएचएआई फोरलेन पर अंडरपास बना रहा है रेलवे ने भी भी ट्रैक किनारे तार की बाउंड्री वॉल बनाई है बावजूद उसके वन्यप्राणियों के साथ हादसे हो रहे हैं।

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