रामजन्मभूमि अयोध्या में श्रीरामलला की स्थापना के उपलक्ष्य में अक्षत कलश के आगमन पर मेहरागांव में कवि सम्मेलन, कवियों ने श्रोताओं को गुदगुदाया…

इटारसी। शहर के समीपस्थ ग्राम मेहरागांव में श्रीराम जन्मभूमि से आये अक्षत कलश के सम्मान में आध्यात्मिक काव्य धारा मंच के तत्वावधान में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।
मेहरागांव पंचायत जितेंद्र पटेल एवं समस्त मेहरागांव के ग्रामवासियों के सहयोग से प्रभु श्रीरामलला जन्मभूमि से आये अक्षत कलश के सम्मान में एवं समस्त समाज को हिन्दू नववर्ष से अवगत कराने हेतु आध्यात्मिक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। आध्यात्मिक काव्य धारा मंच के कवियों द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में देर रात तक प्रभु श्रीरामलला के सम्मान में कविताएं सुनाई गईं। देर रात तक सैकड़ों श्रोता इस आयोजन से जुड़े रहे। साथ ही कवियों द्वारा अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मनाए जाने वाले नव वर्ष की रीति-नीति पर सवाल करते हुए शास्त्र/पुराणों द्वारा प्रमाणित गुड़ी पड़वा के महत्व को दर्शाते हुए चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी गुड़ी पड़वा से सनातन नववर्ष को मनाने के लिए जोर दिया गया। आध्यात्मिक काव्य धारा मंच के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का मां सरस्वती के पूजन एवं प्रमिला किरण द्वारा सरस्वती वंदना से शुभारंभ हुआ। सम्मेलन में कवि दीपेश शास्त्री (सोहागपुर), कवि दौलत सिंह ठाकुर (बगवाड़ा), कवि संदीप मलैया (मेहरागांव), कवियत्री पायल पटेल (भोपाल), कवियत्री प्रमिला किरण (न्यू यार्ड इटारसी), कवि शिवनाथ कुशवाह (भीलाखेड़ी), कवि अशोक कुमार यादव (नर्मदापुरम), कवि लाल सिंह ठाकुर (दिमाड़ा), कवि खुमान सिंह पटेल (माछा), कवि मदन तन्हाई (साकेत), बाल कवि उदयप्रताप सिंह पटेल (भोपाल) की रचनाओं पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाईं। युवा कवि संदीप मलैया (मेहरागांव) की काव्य रचनाओं से काव्य पाठ का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की मंच संचालन की बागडोर शीतल चौधरी (भीलाखेड़ी) ने सम्भाली। कार्यक्रम में मुख्य अथिति के तौर पर जिला शिक्षा अधिकारी और वरिष्ठ कवि ब्रजकिशोर पटेल मौजूद रहे। आध्यात्मिक काव्य धारा मंच के संस्थापक पं० दीपेश शास्त्री (सोहागपुर) ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज एवं श्रोताओं को आध्यात्मिक, भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के ज्ञान तथा संस्कार से मिलने वाले लाभों से अवगत कराया एवं समाज मे व्याप्त ईर्ष्या, द्वेष, छल, कपट, अहंकार आदि दुर्गणों से होने वाली हानियों को दर्शाते हुए अंग्रेजी कैलेंडर के नव वर्ष को छोड़ गुड़ी पड़वा को सनातनी नव वर्ष मनाने की अपील की। आध्यात्मिक काव्य धारा मंच प्रति शनिवार रात्रि 09 बजे फेसबुक पेज के माध्यम से कवि सम्मेलन विगत कई वर्षों से आयोजन करता आ रहा है। जो अब प्रभु श्रीरामलला के स्थापना के साथ देश मे राम राज्य की भावना लिए भारत देश के प्रत्येक क्षेत्र के सनातनियों को सनातन धर्म के सदग्रंथों से मिलने वाले लाभों को अवगत कराने के लिए मंच अब धरातल पर आध्यात्मिक कवि सम्मेलन करने हेतु उतर चुका है जिसकी शूरुआत मेहरागांव के ग्रामवासियों द्वारा की गई।