इटारसी। तिलक सिंदूर (Tilak Sindoor) मुख्य मार्ग से झालई (Jhalai) भाग-1, सांकई (Sankai) भाग-2 तक की सड़क नही बनने से आदिवासी ग्रामीण महिला व पुरुषों की नाराजगी सड़क पर उतरी। इतने सालों में भी कुल सात किलोमीटर रोड निर्माण नहीं होने से आदिवासी (Tribal) ग्रामीण जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों से नाराज है। ग्रामीणों ने बुधवार को रोड (Road) नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दे दी। ग्रामीणों का कहना है कि प्रमुख सचिव वन नर्मदापुरम (Narmadapuram) प्रवास के दौरान 26 फरवरी 2021 को आदिवासी संगठन ने उनके समक्ष तिलक सिंदूर मुख्य मार्ग से झालई भाग-01 से सांकई भाग-02 तक कुल 7 किलोमीटर मार्ग बनाने की मांग रखी थी जिस पर रोड बनाने का आश्वासन मिला था। बावजूद इसके सड़क का निर्माण अभी तक नहीं कराया गया है। सड़क निर्माण नहीं होने से विस्थापित वन ग्राम में रहने वाले परिवारों को कईं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क नहीं होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल (Hospital) जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल (Hospital) जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं को खतरा तो है ही साथ ही उनके पेट में पलने वाले शिशु को भी खतरा बना हुआ है। सड़क के जल्द निर्माण की मांग लेकर आदिवासियों ने तहसीलदार को एक ज्ञापन देकर जल्द से जल्द सड़क निर्माण की मांग की है। साथ ही उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि अगर इस ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं की जाती है तो न सिर्फ आदिवासी समाज द्वारा आने वाले समय उग्र आंदोलन किया जायेगा, बल्कि विधानसभा चुनावों का बहिष्कार भी किया जाएगा।