अब जिले में ही विद्यार्थी कर सकेंगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई, चार विषयों में होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई, बड़े शहरों से कैंपस सिलेक्शन के लिए आयेंगी बड़ी कंपनियां…

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम(narmadapuram) जिले के युवा अब आने वाले दिनों में इंजीनियरिंग(engineering )की पढ़ाई भी जिले में ही कर सकेंगे। मध्यप्रदेश शासन एमपी( mp government) ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान( cm shivraj singh chouhan) की अध्यक्षता में भोपाल में आयोजित कैबिनेट बैठक में लिया गया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए चार पाठ्यक्रमों के लिहाज से पद स्वीकृती हो गई है। नर्मदापुरम विधायक डॉ सीतासरन शर्मा( mla dr sitasaran sharma) इसके लिए 2 साल से शासन स्तर पर निरंतर पत्राचार कर रहे थे।

इन चार विषयों में होगी पढ़ाई

शासन ने जिले के छात्रों के हित में क्रांतिकारी निर्णय लेते हुए शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में चार महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम जिनमें सिविल(civil),मैकेनिकल(mechanicle),इलेक्ट्रिकल(electrical ) एवं कंप्यूटर साइंस(computer science) इंजीनियरिंग के संचालन की स्वीकृति दे दी है। नर्मदापुरम जिले के लिए ये स्वीकृति किसी सौगात से कम नही है क्योंकि इससे पहले जिले में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की कोई सुविधा ही नहीं थी। 

पॉलीटेक्निक कालेज नर्मदापुरम में लगेंगी क्लास

नर्मदापुरम पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में नवीन पाठ्यक्रम शुरू होने से जिले में रोजगार सृजन के साथ तकनीकी शिक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा। जिले में कोई भी इंजीनियरिंग कॉलेज ना होने के कारण पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में नवीन कोर्स का संचालन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। अब उन्हें अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए भोपाल, इंदौर , जबलपुर जैसे बड़े शहर नहीं जाना पड़ेगा। पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में अब 240 नवीन सीट सृजित होगी। चारों पाठ्यक्रम में 60-60 सीटों पर छात्रों के एडमिशन किए जाएंगे। आईटीआई उत्तीर्ण बच्चे इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में सीधे  द्वितीय वर्ष में प्रवेश ले सकेंगे। इंजीनियारिंग के चार प्रमुख महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम शुरू होने से अब दिल्ली ,नोएडा ,जयपुर , नागपुर जैसे शहरों की बड़ी कंपनियां केंपस सिलेक्शन के लिए महाविद्यालय आएंगी। जिसका लाभ जिले के छात्रों को मिलेगा।

इनका कहना है

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए चार विषयों को स्वीकृति मिलना विद्यार्थियों के लिए बड़ी सौगात है। हम पिछले दो साल से इन पाठ्यक्रमों के लिए स्टाफ स्वीकृति कराने के लिए प्रयासरत थे। कैबिनेट ने जिले की इस बड़ी मांग को पूरा कर दिया है। इससे छात्रों को अब जिले में ही इंजीनियरिंग की शिक्षा मिल सकेगी।

डॉ सीतासरन शर्मा, विधायक नर्मदापुरम

 वर्तमान में पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में एकमात्र कोर्स मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट सिस्टम का ही संचालन किया जा रहा था। इन चार ब्राचों के चालू होने से विद्यार्थियों को अब बड़े शहरों में नही भटकना पड़ेगा। उन्हें यहीं पर ही बड़ी कंपनियों के कैम्पस सिलेक्शन में शामिल होने का अवसर मिलेगा।

 आरआर चंद्राकर, प्राचार्य पॉलिटेक्निक नर्मदापुरम