नर्मदापुरम। जिले की रेत खदानों का ठेका नही हो पाया है और करीब 118 खदानें लावारिस पड़ी हुई हैं। इन खदानों पर बड़ी संख्या में रेत चोर सक्रिय है जिनमें आपराधिक तत्वों से लेकर सफेदपोश तक पर्दे के पीछे से सक्रिय हैं। चौकिए नहीं यह हम नहीं बल्कि खनिज विभाग की अप्रैल माह में की गई कार्रवाई खुद कह रही है। आंकड़े खुद गवाही दे रहे हैं कि रेत खदानें रायपुर, डोंगरवाड़ा, बंडूआ, मरोड़ा, होरियापीपर सहित सभी खदानों पर रेत चोरी का नंगा नाच चल रहा है। खनिज, पुलिस और राजस्व विभाग की कार्रवाई में पिछले महीने अप्रैल माह में 40 वाहनों की धरपकड़ कर प्रकरण दर्ज किए गए जिनसे 27 लाख का जुर्माना वसूला जाना इस बात का प्रमाण है कि रेत चोर प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद नजर बचाकर या कहें सांठगांठ से रेत चोरी को अंजाम दे रहे है। बीती रात ग्राम धानाबड़ से अवैध उत्खनन और रेत का परिवहन करते एक डंपर को पकड़ा और उसे पुलिस थाना देहात में खड़ा किया है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशानुसार जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण के विरूद्ध कार्यवाही निरंतर जारी हैं। 21 मई को रात्रि में राजस्व खनिज एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुये ग्राम धनाबड़ तहसील नर्मदापुरम में डंपर एमपी 05, जे-8505 को रेत का अवैध परिवहन करते हुये जब्त कर पुलिस थाना देहात, नर्मदापुरम की अभिरक्षा में रखा गया। उक्त वाहन के विरुद्ध मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम 2022 के प्रावधानों के अनुरूप प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही में तहसीलदार नर्मदापुरम ग्रामीण, खनिज अधिकारी, पुलिस बल एवं स्टाफ उपस्थित रहे। खनिज अधिकारी दिवेश मरकाम ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में माह अप्रैल गई में कुल 40 वाहनों के विरुद्ध खनिजों के अवैध परिवहन किये जाने पर मामला पंजीबद्ध कर 27 लाख रुपये अर्थदंड किया जाकर जमा कराया जा चुका है।