इटारसी। भोपाल रेल लाइन पर सोनासांवरी रेलवे गेट(sonasanwari railway gate)पर करीब 30 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज (overbridge) बनाने के प्रोजेक्ट को शासन की वित्त समिति से हरी झंडी मिल गई है। समिति की स्वीकृति का पत्र आने के बाद इस ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अगले महीने तक इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। ओवरब्रिज की ड्राइंग डिजाइन(drawing design)तैयार हो गई है। यह ब्रिज टी-आकार में तैयार किया जाएगा। इसके बनने से 30 हजार लोगों की बड़ी समस्या दूर हो जाएगी। अभी ओवरब्रिज नहीं होने से लोगों को रेलवे गेट पर ट्रेनों (trains)की आवाजाही के कारण काफी समय खराब करना पड़ता है।
जनवरी 2016 में हुआ था सर्वे
लोक निर्माण विभाग की विंग ब्रिज कॉर्पोरेशन ने जनवरी 2016 में सोनासांवरी रेलवे गेट क्रमांक 226 और धरमकुंडी रेलवे गेट क्र. 222 का सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद इसका १२ करोड़ का एस्टीमेट बनाकर राज्य शासन को भेजा था। विभाग का एसओआर बदलने से लागत बढ़ गई इसके बाद ये प्रस्ताव नए एस्टीमेट के साथ दोबारा भेजने का निर्णय हुआ था। विभाग ब्रिज ने इसका करीब 30 करोड़ रुपए नया एस्टीमेट तैयार किया था।
मार्च 2020 के बजट में मिली स्वीकृति
लोक निर्माण विभाग ने इस प्रोजेक्ट की डीपीआर शासन को वर्ष 2020 के शुरूआती महीने में सबमिट की थी। मार्च 2020 के बजट में इस प्रोजेक्ट के लिए राशि की अधिकृत घोषणा की गई थी जिसके बाद ओवरब्रिज बनने की उम्मीद जाग गई थी। इसमें राज्य शासन ने अपने अंशदान सहित जो भूअधिग्रहण होना है उसकी राशि का भी प्रावधान किया है।
टीआर आकार का बनेगा ब्रिज
सोनासांवरी रेलवे गेट पर ड्राइंग डिजाइन के हिसाब से टी-आकार का ओवरब्रिज बनेगा। जिसका एक हिस्सा निर्माणाधीन एक कॉलोनी के सामने सांकरिया पुल तक बनी सड़क तक जाएगा। रेलवे ट्रेक से इसकी ऊंचाई करीब 9 मीटर होगी और तीनों दिशाओं में कुल लंबाई करीब 1100 मीटर होगी। यह काम लोनिवि ब्रिज को करना है।
ब्रिज के नीचे आएगी रिहाइशी कॉलोनी
सोनासांवरी रेलवे गेट पर कुछ नई कॉलोनियां बन रही हैं और कुछ व्यवसायिक निर्माण होने हैं मगर इस ब्रिज के आकार ने उस रिहाइशी क्षेत्र की खूबसूरती को ग्रहण लगा दिया है। ओवरब्रिज के निचले हिस्से में कॉलोनियां आने से इसके नीचे का रिहाइशी इलाका डंप स्पॉट की श्रेणी में आने की बात जानकार कह रहे हैं।
30 हजार लोगों को मिलेगी राहत
सोनासांवरी रेलवे गेट के एक तरफ खेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया और दो दर्जन से ज्यादा गांव हैं वहीं दूसरी तरफ शहर की घनी बस्ती और आधा दर्जन गांव हैं। गेट बंद रहने से हर दिन करीब 30 हजार लोगों को परेशान होना पड़ता है जिनका गेट पर ट्रेन रुकने से समय बर्बाद होता है।
इनका कहना है
सोनासांवरी रेलवे गेट पर ओवरब्रिज की बहुत आवश्यकता है। इसके बनने से हजारों लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी और शहर का फैलाव भी तेजी से होगा।
राव उदयप्रताप सिंह, सांसद
सोनासांवरी गेट पर ओवरब्रिज के प्रोजेक्ट को शासन की वित्त समिति का अनुमोदन मिल गया है। जैसे ही विभाग को समिति का अनुमोदन पत्र मिलेगा उसके बाद इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू कर देंगे। ब्रिज टी-आकार में बनाया जाएगा।
नागेश दुबे, सब इंजीनियर ब्रिज कॉर्पोरेशन