नर्मदापुरम। जिला सहकारी बैंक की शिवपुर शाखा में किसान परिवार के साथ 40 लाख का गबन करने वाले घोटालेबाज बैंककर्मी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे। सिवनीमालवा विकासखंड के अंतर्गत सेवा सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शिवपुर ब्रांच में हुए घोटाले के मामले में कलेक्टर एवं बैंक प्रशासक नीजर कुमार सिंह के निर्देश पर प्रभारी शाखा प्रबन्धक सुरेन्द्र रघुवंशी, लिपिक/केशियर उमाशंकर रघुवंशी, प्रभारी पर्यवेक्षक प्रेमनारायण तिवारी, लिपिक बदामी लाल मालवीय एवं लिपिक/कम्प्यूटर आपरेटर विनीता मालवीय पर शिवपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह है मामला जिला सहकारी बैंक की शिवपुर ब्रांच में पदस्थ बैंककर्मियों द्वारा महिला किसान और उसके परिवार के लोगों के खाते से लगभग 40 लाख रूपये गबन करने का मामला सामने आया था। बैंक मैनेजर सहित अन्य कर्मचारियों ने किसान परिवार के खाते से पैसे निकालकर अलग-अलग लोगों के खातों में डाले, फिर स्वयं उनसे वापस लेकर डकार गए थे। इस मामले की जांच पड़ताल हुई और जब कलेक्टर ने इस पूरे मामले को स्वयं संज्ञान में लिया तब जाकर बुधवार देर शाम 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें प्रभारी शाखा प्रबन्धक सुरेन्द्र रघुवंशी, लिपिक/ केशियर उमाशंकर रघुवंशी, प्रभारी पर्यवेक्षक प्रेमनारायण तिवा लिपिक बदामी लाल मालवीय एवं लिपिक/कम्प्यूटर आपरेटर उमाशंकर रघुवंशी, प्रभारी पर्यवेक्षक प्रेमनारायण तिवारी, लिपिक बदामी लाल मालवीय एवं लिपक/कम्प्यूटर आपरेटर विनीता मालवीय शामिल हैं। कलेक्टर ने कराई थी जांच बता दें कि महिला किसान और उसके परिवार के लोगों की कमाई का पैसा बैंक में जमा था । कुछ दिन पहले जब पैसा लेने के लिए महिला किसान बैंक गई, तब उन्हें पता चला कि उनके खाते से पैसे ही गायब हो गए। इसकी शिकायत उन्होंने तत्काल बैंक प्रशासक एवं कलेक्टर नीरज सिंह से की। कलेक्टर सिंह ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए बैंक के महाप्रबंधक को जांच के निर्देश दिये। इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई थी जिसमें राशि का गबन होना पाया गया था। जांच प्रतिवेदन के आधार पर शिवपुर ब्रांच के प्रभारी शाखा प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने प्रभारी शाखा प्रबन्धक सुरेन्द्र रघुवंशी, लिपिक/केशियर उमाशंकर रघुवंशी, प्रभारी पर्यवेक्षक प्रेमनारायण तिवारी, लिपिक बदामीलाल मालवीय एवं लिपक/कम्प्यूटर आपरेटर विनीता मालवीय पर धारा 407, 409, 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में लगभग 1 सप्ताह पहले बैंक प्रबंधन ने मामले में दोषी पांचों लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिये शिवपुर थाना प्रभारी को जांच प्रतिवेदन एवं आवेदन दिया था।